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भारत-अमेरिका के साझा दृष्टिकोण से भविष्य में खुलेंगे अवसर, पढ़ें पूरी खबर

अमेरिकी नौसेना प्रमुख एडमिरल जॉन रिचर्डसन (Admiral John Richardson) ने कहा कि उनकी हालिया भारत यात्रा हिंद-प्रशांत क्षेत्र में साझा दृष्टिकोण वाली दोनों नौसेनाओं के बीच संबंध मजबूत करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण अवसर था.

Updated on: 16 May 2019, 05:22 PM

नई दिल्ली:

अमेरिकी नौसेना प्रमुख एडमिरल जॉन रिचर्डसन (Admiral John Richardson) ने कहा कि उनकी हालिया भारत यात्रा हिंद-प्रशांत क्षेत्र में साझा दृष्टिकोण वाली दोनों नौसेनाओं के बीच संबंध मजबूत करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण अवसर था. मंगलवार को उनका दौरा समाप्त होने के बाद अमेरिकी नौसेना (US Navy) ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर उनके हवाले से कहा, "आजाद और खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए हमारी आपसी प्रतिबद्धता और साझा दृष्टिकोण से भविष्य में और ज्यादा अवसर आएंगे."

रिचर्डसन ने नई दिल्ली के अपने तीन-दिवसीय दौरे पर भारतीय नौसेना प्रमुख सुनील लांबा (Sunil Lamba) और अन्य वरिष्ठ सैन्य अधिकारी तथा राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित अधिकारियों से मुलाकात की थी. उन्होंने कहा, "हमने इस दौरान दोनों नौसेनाओं के बीच सहयोग बढ़ाने की रूपरेखा तय करने वाले विशिष्ट कदमों पर चर्चा की." अमेरिकी नौसेना ने कहा कि रिचर्डसन ने दोनों देशों तथा उनकी नौसेनाओं के संबंध मजबूत करने पर चर्चा करने के लिए भारत में अमेरिकी राजदूत केनिथ जस्टर से भी मुलाकात की।

रिचर्डसन ने कहा, "इस दौरे ने भारतीय नौसेना (Indian Navy) और अमेरिकी नौसेना (US Navy) के बीच साझेदारी मजबूत करने का महत्वपूर्ण अवसर प्रदान किया." उन्होंने इसी महीने सेवानिवृत्त हो रहे लांबा की प्रशंसा करते हुए कहा कि भारतीय नौसेना के प्रमुख के तौर पर उनका कार्यकाल बहुत महत्वपूर्ण रहा है. उन्होंने कहा, "वे हमारी दोनों नौसेनाओं की करीबी साझेदारी के कड़े पक्षकार रहे हैं, और हमने इसमें महत्वपूर्ण प्रगति की है."