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अमेरिका की नागरिकता पाना हुआ और महंगा, ट्रंप ने स्थायी निवास फीस बढ़ाई

ट्रंप प्रशासन ने नागरिकता फीस में 83 फीसदी की भारी बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा है. प्रशासन की दलील है कि नागरिकता संबंधी सेवाएं मुहैया कराने की पूरी लागत मौजूदा शुल्क से वसूल नहीं हो पाती.

Updated on: 15 Nov 2019, 06:45 PM

highlights

  • ट्रंप प्रशासन ने नागरिकता फीस में 83 फीसदी की भारी बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा.
  • पिछले हफ्ते एच-1बी वीजा के आवेदन शुल्क में भी 700 रुपये की वृद्धि की गई.
  • इन प्रस्तावों पर अमेरिकी नागरिक 16 दिसंबर तक अपनी राय दे सकेंगे.

New Delhi:

अमेरिका की नागरिकता पाना अब और भी महंगा हो जाएगा. ट्रंप प्रशासन ने नागरिकता फीस में 83 फीसदी की भारी बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा है. प्रशासन की दलील है कि नागरिकता संबंधी सेवाएं मुहैया कराने की पूरी लागत मौजूदा शुल्क से वसूल नहीं हो पाती. ट्रंप प्रशासन ने पिछले हफ्ते एच-1बी वीजा के आवेदन शुल्क में भी दस डॉलर (करीब 700 रुपये) की वृद्धि की थी. यह वीजा भारतीय आईटी पेशेवरों में खासा लोकप्रिय है. इस बीच ग्रीन कार्ड के इंतजार में एक और भारतीय की मौत हो गई है.

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स्थायी निवास शुल्क में 79 फीसदी वृद्धि
शिन्हुआ न्यूज एजेंसी ने अमेरिका के गृह सुरक्षा विभाग (डीएचएस) के हवाले से खबर दी है कि डीएचएस ने अमेरिकी सिटिजनशिप एंड इमीग्रेशन सर्विसेज (यूएससीआईएस) की ओर से लगाए जाने वाले आव्रजन और नागरिकता लाभ के आवेदन शुल्क को बढ़ाने का प्रस्ताव रखा है. एबीसी न्यूज के अनुसार, नागरिकता आवेदन शुल्क अब 640 डॉलर (करीब 46 हजार रुपये) से बढ़कर 1170 डॉलर (करीब 84 हजार रुपये) हो जाएगा, जबकि कानूनी स्थायी निवास संबंधी शुल्क 79 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 2195 डॉलर (करीब एक लाख 57 हजार रुपये) हो जाएगा.

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अन्य शुल्कों में भी वृद्धि का भी प्रस्ताव
इसके अलावा शरणार्थियों द्वारा किए जाने वाले आव्रजन संबंधी अन्य आवेदनों के शुल्क में भी बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा गया है. इन प्रस्तावों को सार्वजनिक कर दिया गया है. इन पर अमेरिकी नागरिक 16 दिसंबर तक अपनी राय दे सकेंगे. वीजा मामलों को देखने वाली एजेंसी यूएससीआईएस नए प्रस्ताव को लागू करने से पहले लोगों से मिलने वाले सुझावों पर विचार करेगी.

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ग्रीन कार्ड के इंतजार में एक और भारतीय की गई जान
अमेरिका में ग्रीन कार्ड का इंतजार कर रहे एक और भारतीय की मौत हो गई है. स्थानीय मीडिया के अनुसार, फ्लोरिडा के टेम्पा शहर में रहने वाले पेशेवर प्रशांत पाडल का गत नौ नवंबर को हार्ट अटैक से निधन हो गया. उनकी चार महीने पहले ही सिंधु से भारत में शादी हुई थी. सिंधु हाल में ही पति के साथ रहने के लिए अमेरिका पहुंची थीं. प्रशांत की मौत के कारण सिंधु को अब स्वदेश लौटना होगा. प्रशांत तेलंगाना के रहने वाले थे. इससे पहले गत 29 अक्टूबर को नॉर्थ कैरोलिना में रहने वाले शिव चलपति राजू की मौत हो गई थी. वह ओरेकल कंपनी में डेवलपर क्लाइंट के तौर पर काम करते थे. ग्रीन कार्ड से अमेरिका में स्थायी तौर पर बसने का वैध दर्जा मिल जाता है.