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कश्मीर में अधिकांश हिंसा का संबंध जमात-ए-इस्लामी से जुड़े संगठनों से है : अमेरिकी सांसद

जमात-ए-इस्लामी एक हिंसक समूह है जो अल्पसंख्यक ईसाइयों, हिंदुओं, बौद्धों और अहमदियों के खिलाफ हिंसक कृत्यों को अंजाम देता है.

Updated on: 14 Nov 2019, 05:09 PM

वाशिंगटन:

अमेरिका के एक प्रभावशाली सांसद ने कहा कि कश्मीर में ज्यादातर हिंसा का संबंध अलगाववादी संगठन जमात-ए-इस्लामी और उसके साझेदारों से जुड़े़ संगठनों से है.उन्होंने कहा कि इस समूह ने हिंदुओं और ईसाइयों समेत अल्पसंख्यक समूहों के खिलाफ हिंसा की है.कांग्रेस के सदस्य जिम बैंक्स ने बुधवार को यूएस कैपिटोल में पश्चिम एशिया फोरम द्वारा आयोजित एक संगोष्ठी को संबोधित करते हुए ये टिप्पणियां की.यह कार्यक्रम साउथ एशिया माइनॉरिटीज एलायंस फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित किया गया.

उन्होंने कहा कि जमात-ए-इस्लामी एक हिंसक समूह है जो अल्पसंख्यक ईसाइयों, हिंदुओं, बौद्धों और अहमदियों के खिलाफ हिंसक कृत्यों को अंजाम देता है.इंडियाना से रिपब्लिकन सांसद ने कहा, ‘‘कश्मीर में हिंसा की अधिकतर घटनाओं का संबंध जमात-ए-इस्लामी तथा उसके आतंकवादी साझेदारों से जुड़े़ संगठनों से है.’’ भारत ने इस साल की शुरुआत में जमात-ए-इस्लामी जम्मू कश्मीर को पांच साल के लिए प्रतिबंधित किया था.उसे इस आधार पर प्रतिबंधित किया गया था कि वह आतंकवादी संगठनों के ‘‘करीबी संपर्क’’ में है और जम्मू कश्मीर तथा अन्य जगहों पर चरमपंथ और आतंकवाद को समर्थन दे रहा है.