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पाकिस्तानी सेना का दावा, कुलभूषण जाधव ने जासूसी के लिए मांगी मांफी, दाखिल की दया याचिका

पाकिस्तान की जेल में बंद कुलभूषण जाधव ने पाकिस्तानी सेना प्रमुख के सामने दया याचिका दाखिल कर जासूसी और आतंकवादी गतिविधियों के लिए माफी मांगी है।

Updated on: 22 Jun 2017, 08:30 PM

highlights

  • आईएसपीआर का दावा कुलभूषण जाधव ने सेना प्रमुख जावेद वाजवा से दया की अपील की है
  • पाकिस्तानी सेना ने जाधव को जासूसी के आरोप में 10 अप्रैल को मौत की सजा सुनाई थी
  • इंटरनेशनल कोर्ट ने कुलभूषण जाधव की फांसी पर लगाई है रोक

नई दिल्ली:

पाकिस्तान की जेल में बंद कुलभूषण जाधव ने पाकिस्तानी सेना प्रमुख के सामने दया याचिका दाखिल कर कथित रूप से जासूसी और आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के आरोपों में माफी मांगी है।

पाकिस्तानी सेना की जनसंपर्क शाखा इंटर सर्विसिस पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने गुरुवार को दावा किया, 'कुलभूषण जाधव ने सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा के सामने दया याचिका दाखिल की है। उन्होंने जासूसी और आतंकी गतिविधियों के लिए माफी मांगी है।'

भारत शुरू से जाधव पर लगाये गये सभी आरोपों को खारिज करता रहा है। भारत का दावा है कि जाधव को पाकिस्तान ने ईरान से अगवा किया था और टॉर्चर कर जबरदस्ती बयान लिए थे। पूर्व नौसेना अधिकारी कुलभूषण जाधव को जासूसी के आरोपों में पाकिस्तानी सेना ने 10 अप्रैल को मौत की सजा सुनाई थी।

भारत हालांकि इस फैसले के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में अपील कर चुका है, जिसने जाधव की फांसी की सजा पर रोक लगा दी है।

पिछले दिनों पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने कहा था कि कुलभूषण जाधव की फांसी की सजा पर पुनर्विचार किया जा सकता है।

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पाकिस्तान का दावा है कि जाधव को अशांत बलूचिस्तान में तीन मार्च 2016 को गिरफ्तार किया गया। साथ ही इस्लामाबाद ने दावा किया कि एक वीडियो में भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी ने बलूचिस्तान में आतंकवाद तथा आतंकवादियों में लिप्त होने की बात स्वीकार की है।

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हालांकि इन आरोपों को भारत ने खारिज करते हुए कहा कि है कि जाधव को ईरान से अगवा किया गया था। जाधव को पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने मौत की सजा सुनाई है।