logo-image

जापान में हेगिबिस तूफान में अब तक 10 मरे, 73 लाख लोग सुरक्षित स्थानों पर

मौसम विभाग की भविष्यवाणी के बावजूद इस तूफान के कारण 10 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 100 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से कई की हालात गंभीर है.

Updated on: 13 Oct 2019, 01:08 PM

highlights

  • इस तूफान के कारण 10 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 100 लोग घायल हैं.
  • यही नहीं, लगभग 73 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भी ले जाया गया है.
  • 30 से ज्यादा नदियों का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है.

नई दिल्ली:

जापान में शक्तिशाली तूफान हेगिबिस को लेकर टोक्यो के आसपास के क्षेत्रों में सर्वोच्च स्तर की चेतावनी जारी की गई है. मौसम विभाग की भविष्यवाणी के बावजूद इस तूफान के कारण 10 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 100 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से कई की हालात गंभीर है. यही नहीं, लगभग 73 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भी ले जाया गया है. समाचार एजेंसी एपी के मुताबिक, अभी भी 16 लोग लापता बताए जाते हैं.

यह भी पढ़ेंः LIVE: मगरमच्छ के आंसू बहाकर लोगों को बेवकूफ बना रहे नेता वापस लाएं 370, पीएम मोदी ने दी चुनौती

आंधी और मूसलाधार बारिश ने बढ़ाई मुसीबत
टोक्यो से टकराने से पहले आंधी और मूसलधार बारिश हुई. चिबा क्षेत्र में तेज हवाओं से गाड़ी पलट गई जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई. वहीं एक कार के बह जाने से एक अन्य की मौत हो गई. न्‍यूयॉर्क टाइम्‍स की रिपोर्ट के मुताबिक, तूफान के टकराने से ठीक पहले चिबा में 5.7 तीव्रता के भूकंप का झटका भी महसूस किया गया. चूंकि इसका केंद्र जमीन में काफी गहराई में था इसलिए कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है. कई जगह भूस्खलन हुए हैं.

यह भी पढ़ेंः मंदी की आहट : विश्‍व बैंक ने विकास दर अनुमान को घटाया

छह दशकों का सबसे भीषण तूफान
मौसम विशेषज्ञों ने इस तूफान को बीते छह दशकों का सबसे भीषण तूफान बताया है. इससे पहले साल 1958 में कानगवा तूफान आया था, जिसमें एक हजार से ज्यादा लोग मारे गए थे. एजेंसियों की रिपोर्ट के मुताबिक, तूफान के चलते प्रभावित क्षेत्रों में 225 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं. बीते 24 घंटे में कांगावा क्षेत्र में 27.6 इंच बारिश दर्ज की गई है. एक हजार से ज्यादा उड़ानों को रद किया जा चुका, जबकि कई ट्रेनें रद कर दी गई हैं. तूफान के कारण 270,000 घरों में बिजली आपूर्ति ठप है.

यह भी पढ़ेंः मुसलमान सबसे सुखी भारत में, क्योंकि हम हिंदू हैं : मोहन भागवत

30 नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से पार
टोक्यो, कानगवा व शिजुका में 30 से ज्यादा नदियों का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है, जिसके बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. दुकानों और फैक्ट्रियां को बंद कर दिया गया है. तूफान के कारण शनिवार को होने वाले रग्बी विश्वकप के दो मैचों को रद कर दिया गया है. राहत और बचाव कार्यों के लिए 17,000 पुलिसकर्मियों को किसी भी सूरत में तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं. बता दें कि जापान तूफानों और भूकंप के लिहाज से बेहद संवेदनशील देश है. हर साल जापान में करीब 20 तूफान आते हैं.