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'ईरान के मिसाइल ने ही यूक्रेन के विमान को मार गिराया', कनाडा के पीएम जस्‍टिन ट्रूडो का दावा

तेहरान (Tehran) में यूक्रेनियन एयरलाइनर (Ukrainian Airliner) को ईरान (Iran) की ओर से छोड़े गए धरती से हवा में मार करने वाली मिसाइल ने ही निशाना बनाया था. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्‍टिन ट्रूडो ने खुफिया सूत्रों के हवाले से यह दावा किया है.

Updated on: 10 Jan 2020, 09:54 AM

नई दिल्‍ली:

तेहरान (Tehran) में यूक्रेनियन एयरलाइनर (Ukrainian Airliner) को ईरान (Iran) की ओर से छोड़े गए धरती से हवा में मार करने वाली मिसाइल ने ही निशाना बनाया था. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्‍टिन ट्रूडो ने खुफिया सूत्रों के हवाले से यह दावा किया है. हालांकि उन्‍होंने यह भी कहा, ईरान का यह कदम गैर इरादतन भी हो सकता है. उन्‍होंने कहा, खुफिया रिपोर्ट के अनुसार यूक्रेन के विमान को ईरान के मिसाइल ने ही निशाना बनाया था. जस्‍टिन ट्रूडो ने एक प्रेस कांफ्रेंस में यह बात कही. न्‍यूज वीक ने अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन (Pentagon) के हवाले से दावा किया है कि गलती से यूक्रेन का विमान ईरान की एक एंटी एयर क्राफ्ट मिसाइल सिस्टम से मार गिराया गया है.

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ईरान की राजधानी तेहरान के पास बीते बुधवार को बड़ा विमान 'हादसा' हो गया था. विमान ने तेहरान से यूक्रेन की राजधानी कीव के लिए उड़ान भरी थी. यूक्रेन का विमान तेहरान से उड़ान भरते ही क्रैश हो गया था. जिस वक्‍त विमान हादसे का शिकार हुआ, उस वक्‍त उसमें 176 यात्री सवार थे. इनमें कनाडा के 63 और यूक्रेन के 11 नागरिक थे. इनके अलावा विमान में स्‍वीडन के 10, अफगानिस्‍तान के 4, जर्मनी के 3 और ब्रिटेन के 3 लोग भी विमान में थे. इनमें से कोई जिंदा नहीं बचा. ईरान की ओर से दावा किया गया था कि प्लेन का इंजन फेल हो जाने से यह क्रैश हो गया था. हालांकि हादसे के दिन से ही यह आशंका जताई जा रही थी कि यूक्रेन का यह प्‍लेन ईरान की मिसाइल का शिकार हो गया.

इससे पहले अमेरिका सीएनएन की रिपोर्ट में कहा गया था कि अमेरिका मान रहा है कि ईरान ने गलती से यूक्रेन के विमान को निशाना बना दिया. राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप ने भी माना था कि यह टेक्‍निकल गलती नहीं, बल्‍कि गलती से मिसाइल विमान को आ लगी है.

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जिस दिन विमान हादसा हुआ, उसी दिन ईरान ने इराक में अमेरिकी ठिकानों पर 22 मिसाइल दागे थे. अपने सैन्‍य कमांडर मेजर जनरल कासिम सुलेमानी की मौत का बदला लेने के लिए ईरान ने अमेरिकी ठिकानों पर यह कार्रवाई की थी. इस बीच यूक्रेन ने घटना के कारणों की जांच के लिए एक टीम गठित की है. यूक्रेन के जांच अफसरों का कहना है कि वे घटना के कारणों की कई पहलुओं की जांच करेंगे. इसमें आतंकवाद और मिसाइल स्‍ट्राइक भी शामिल होगी.

उधर, स्‍वीडन ने भी जांच में शामिल होने की बात कही है. स्‍वीडन के विदेश मंत्री एने लिंडे ने सीएएन को बताया, प्‍लेन क्रैश के कारणों को लेकर किसी भी आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता. ब्रिटेन ने भी इस मामले में अपनी नजर बनाए रखी है. इस बीच यूरोप के सुरक्षा अधिकारियों ने कहा है कि उन्‍हें यकीन है कि ईरान के मिसाइल ने ही यूक्रेन के एयरलाइनर को निशाना बनाया.

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ईरान के सिविल एविएशन ऑर्गनाइजेशन के मुखिया अली अबेदजादेह ने अपनी प्राथमिक रिपोर्ट में कहा है कि विमान के दोनों ब्‍लैक बॉक्‍स डैमेज हो चुके हैं. उधर न्यूज वीक के मुताबिक, जिस एंटी एयरक्राफ्ट सिस्टम से यूक्रेन के इस विमान को मार गिराया गया वह रूस का बना हुआ था. अधिकारियों ने नाम ना छापने की शर्त पर यह बताया कि विमान को रूस निर्मित टोर-एम 1 सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल सिस्टम से मारा गया था, जिसे नाटो को गौंटलेट के रूप में जाना जाता है.