logo-image
ओडिशा नाव हादसे में मरने वालों की संख्या हुई सात, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी Punjab: संगरूर जेल में धारदार हथियार से हमला, दो कैदियों की मौत और 2 घायल Punjab: कांग्रेस को झटका, तेजिंदर सिंह बिट्टू ने छोड़ी पार्टी, बीजेपी में होंगे शामिल Karnataka: बेंगलुरु में विरोध प्रदर्शन पहले पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव की मौजूदगी में कई कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता बीजेपी में शामिल कर्नाटक: पुलिस ने कांग्रेस नेता रिजवान अरशद और रणदीप सिंह सुरजेवाला को हिरासत में लिया पंजाब में कांग्रेस को एक और बड़ा झटका पूर्व सांसद संतोख सिंह चौधरी की पत्नी करमजीत कौर आज दिल्ली में बीजेपी में शामिल हो गईं.

ईरान विवादः 1 टैंकर को लेकर तनाव को लेकर तनाव नहीं बढ़ाना चाहता यूरोपीय संघ

यूरोपीय संघ के विदेश मंत्रियों की ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर 2015 में हुए करार पर चर्चा करने के लिए बैठक होने जा रही है

Updated on: 15 Jul 2019, 04:31 PM

highlights

  • यह टैंकर प्रतिबंधों का उल्लंघन कर तेल लेकर सीरिया जा रहा था.
  • ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर 2015 में हुए करार पर चर्चा 
  • यूरोपीय संघ वार्ता से पहले ब्रिटेन का ईरान के साथ तनाव कम करने का आह्वान

लंदन:

यूरोपीय संघ के अपने समकक्षों के साथ वार्ता से पहले ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेरेमी हंट ने सोमवार को कहा कि ईरान की कार्रवाई ‘काफी अस्थिरता फैलाने वाली’ हैं लेकिन वह पश्चिम एशिया में तनाव घटाना चाहते हैं.  हंट ने ट्वीट किया, ‘‘ ईरान के साथ तनाव कैसे कम किया जाए-- इस पर जरूरी बातचीत करने के लिए मैं ब्रशेल्स जा रहा हूं. ’’ उन्होंने कहा, ‘‘ पश्चिम एशिया के प्रति उनका रूख बहुत ही अस्थिरता फैलाने वाला है लेकिन हम ग्रेस 1 टैंकर को लेकर तनाव बढ़ाना नहीं, घटाना चाहते हैं और क्षेत्र में परमाणु होड़ से बचना चाहते हैं. ’’

यूरोपीय संघ के विदेश मंत्रियों की ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर 2015 में हुए करार पर चर्चा करने के लिए बैठक होने जा रही है क्योंकि इस विषय पर ईरान और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ रहा है. अमेरिका इस करार से पीछे हट गया है जिससे उसके उन यूरोपीय सहयोगियों को बड़ी निराशा हुई है जिन्होंने इस संधि पर हस्ताक्षर किये थे.

यह भी पढ़ेंः कंगाल पाकिस्तान के बुरे दिन शुरू, विश्व बैंक न्यायाधिकरण ने 6 अरब डॉलर का जुर्माना ठोंका

ईरान इस बात से नाराज था कि इस करार के तहत उसे प्रतिबंध संबंधी जिस राहत का आश्वासन दिया गया था, वह उसे नहीं मिल रही है. तब उसने अपना संवेदनशील यूरेनियम संवर्धन कार्य तेज कर दिया जिससे बाद अमेरिका ने उसे चेतावनी दी.

यह भी पढ़ेंः इंग्‍लैंड की जीत के बाद ICC पर बरसे रोहित शर्मा, युवराज सिंह समेत कई दिग्‍गज

ब्रिटेन तब इस विवाद में उलझ गया जब उसके छोटे से क्षेत्र गिब्राल्टर में उसके अधिकारियों ने इसी माह के प्रारंभ में ईरानी तेल टैंकर ग्रेस 1 को जब्त कर लिया. अमेरिकी अधिकारियों का मानना था कि यह टैंकर प्रतिबंधों का उल्लंघन कर तेल लेकर सीरिया जा रहा था. इस पर ईरान ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी.