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पुलवामाः भारत-पाक के बीच तनाव के दौरान भारतीय बिजनेसमैन कर रहा था यह काम

सलारिया 1993 से संयुक्त अरब अमीरात में रह रहे हैं और परिवहन कारोबार से जुड़े हैं.

Updated on: 07 Jun 2019, 07:31 AM

नई दिल्‍ली:

14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में अब तक के सबसे बड़े आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्‍तान में तनातनी चल रही थी और उधर एक भारतीय बिजनेसमैन पाकिस्तान के दक्षिण-पूर्व सिंध प्रांत के अत्यंत गरीब इलाके में करीब हैंडपंप लगवा रहा था. भारतीय कारोबारी ने पाकिस्तान के अत्यंत गरीब जिले में हैंडपंप लगाए. भारत-पाकिस्तान के बीच पनपे हालिया तनाव से प्रभावित हुए बिना दुबई के एक भारतीय कारोबारी ने पाकिस्तान के दक्षिण-पूर्व सिंध प्रांत के अत्यंत गरीब इलाके में करीब 60 हैंडपंप लगवाए हैं, मीडिया में आई एक खबर के मुताबिक जोगिंदर सिंह सलारिया ने सोशल मीडिया के जरिए थारपरकर जिले की दुर्दशा जानने के बाद स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ताओं की मदद से वहां करीब 62 हैंडपंप लगवाए हैं.

पाकिस्तान में सामाजिक कार्यकर्ताओं तक पहुंचे सलारिया

साथ ही उन्होंने लोगों के लिए अनाज की बोरियां भी भिजवाईं. सलारिया 1993 से संयुक्त अरब अमीरात में रह रहे हैं और परिवहन कारोबार से जुड़े हैं. उन्होंने कहा कि फेसबुक और यूट्यूब जैसी सोशल नेटवर्किंग साइटों के जरिए वह पाकिस्तान में सामाजिक कार्यकर्ताओं तक पहुंचे, उनसे संपर्क साधा और फिर पूरे कार्य के लिए आर्थिक मदद दी.खलीज टाइम्स ने सलारिया के हवाले से कहा, 'पुलवामा घटना के बाद से भारत-पाकिस्तान के बीच जब तनाव चरम पर था तब हम इन गरीब गांवों में हैंडपंप लगवा रहे थे.'

पुलवामा में 40 जवान हुए थे शहीद

बता दें 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में जैश के एक आत्मघाती हमलावर ने पुलवामा जिले में श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर अपनी विस्फोटकों से लदी एसयूवी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की बस से टकराकर विस्फोट कर दिया था. इस आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे.

13 दिन बाद भारत किया Air Strike

14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ पर हुए आतंकी हमला के बदला लेते हुए भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मुहम्मद के ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक किया था. भारत की इस कार्रवाई में करीब 350 आतंकी मारे गए थे. इस सर्जिक स्ट्राइक के बाद जहां एक तरफ भारतीय वायुसेना के शौर्य और बहादुरी की गाथा गाई जा रही थी. वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान सहित भारत में कई राजनीतिक दल और लोग लगातार इस स्ट्राइक के सबूत मांगते आए है. जिसके बाद वायु सेना ने इस एयर स्ट्राइक की समीक्षा रिपोर्ट सबके सामने पेश की. हालांकि इस समीक्षा में उन्होंने स्ट्राइक से जुड़े कई खुलासे किए लेकिन इस हमले का वीडियो पेश नहीं कर पाए.