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भारत ने दिया करारा जवाब, कहा- नफरत से भरा था इमरान खान का भाषण

India gave a befitting reply said Imran Khan speech was full of hate : विदिशा मैत्री बोलीं, इमरान खान की हर बात झूठी है. पाकिस्‍तान आतंकवाद पर जोर दे रहा है और भारत विकास पर. दोनों में कोई अंतर ही नहीं है. इमरान खान का भाषण नफरत से भरा था.

Updated on: 28 Sep 2019, 09:28 AM

नई दिल्‍ली:

'राइट टू रिप्लाई' के तहत भारत ने पाकिस्‍तान के पीएम इमरान खान के भाषण का करारा जवाब दिया है. भारत की ओर से विदेश मंत्रालय में प्रथम सचिव विदिशा मैत्रा ने कहा, पाकिस्‍तान के पीएम इमरान खान का भाषण नफरत से भरा था और उन्‍होंने दुनिया को गुमराह करने की कोशिश की है. विदिशा मैत्री बोलीं, इमरान खान की हर बात झूठी है. पाकिस्‍तान आतंकवाद पर जोर दे रहा है और भारत विकास पर. दोनों में कोई अंतर ही नहीं है. इमरान खान का भाषण नफरत से भरा था. विदिशा मैत्री ने कहा, पाकिस्‍तान ने ओसामा बिन लादेन का बचाव किया था. आतंक की फैक्‍ट्री चलाने वालों से नसीहत की जरूरत नहीं है. पाकिस्‍तान अपने ही लोगों पर अत्‍याचार कर रहा है.

विदिशा मैत्री ने यह भी कहा, पाकिस्‍तान के पीएम इमरान खान ने संयुक्‍त राष्‍ट्र के मंच का गलत इस्‍तेमाल किया. पाकिस्‍तान में अल्‍पसंख्‍यकों पर जुल्‍म हो रहा है. दुनिया को पाकिस्‍तान जाकर वहां के हालात देखने चाहिए. पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने परमाणु को लेकर गैर जिम्‍मेदाराना बयान दिया है.

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इससे पहले शुक्रवार शाम (भारतीय समयानुसार) को अमेरिका के शहर न्यूयॉर्क (New York) में संयुक्त राष्ट्र महासभा (United Nations General Assembly) के मंच पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत के खिलाफ एक के बाद एक झूठ के पुलिंदे बांध दिए. भारत ने राइट टू रिप्‍लाई के तहत उसी का जवाब दिया है. भारत के विदेश मंत्रालय की प्रथम सचिव विदिशा मैत्रा (Vidisha Maitra) ने कहा कि इमरान खान का भाषण नफरत से भरा था और वो दुनिया गुमराह कर रहे थे.

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यह कहा था इमरान खान ने
इमरान ने कहा कि कश्मीरी 55 दिनों से बंद हैं. पाबंदियां हटाने पर खूनखराबा होगा. लोग विरोध-प्रदर्शन करने के लिए सड़कों पर आ जाएंगे. इमरान ने कहा कि जब कर्फ्यू हटेगा तो क्या होगा? क्या वह (पीएम मोदी) सोचते हैं कि कश्मीरी संविधान के इस बदलाव को चुपचाप स्वीकार कर लेंगे. प्रतिबंध हटाए जाएंगे तो पुलवामा (Pulwama) जैसे हमले होंगे क्योंकि आर्टिकल 370 को अवैध रूप से खत्म करने पर कश्मीरी कट्टरपंथी हो जाएंगे. भारत फिर से इसके लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराएगा.