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इमरान खान (Imran Khan) इधर जाएंगे उधर पाकिस्तान के तानाशाह परवेज मुशर्रफ (Pervez Musharraf) वापस आएंगे, जानें कैसे

पीएम इमरान खान (Imran Khan) के तख्तापटल के कयासों के बीच पाकिस्तान के पूर्व तानाशाह और सेना जनरल से राष्ट्रपति बने परवेज मुशर्रफ (Pervez Musharraf) की राजनीति में वापसी की जोरशोर चर्चा से चल रही है.

Updated on: 04 Oct 2019, 11:38 PM

नई दिल्ली:

पाकिस्तान की सेना ने एक फिर अपने पुराने सेवानिवृत्त जनरल परवेज मुशर्रफ पर विश्वास जताई है. पीएम इमरान खान (Imran Khan) के तख्तापटल के कयासों के बीच पाकिस्तान के पूर्व तानाशाह और सेना जनरल से राष्ट्रपति बने परवेज मुशर्रफ (Pervez Musharraf) की राजनीति में वापसी की जोरशोर चर्चा से चल रही है. उनकी आल पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एपीएमएल) ने कहा है कि मुशर्रफ का स्वास्थ्य अब पहले से बेहतर है और अब वह देश की राजनीति में लौटने की योजना बना रहे हैं.

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पाकिस्तान के पूर्व सैन्य शासक जनरल (सेवानिवृत्त) परवेज मुशर्रफ ने देश की राजनीति में लौटने का संकेत दिया है. गौरतलब है कि मुशर्रफ के खिलाफ पाकिस्तान की अदालत में राजद्रोह का मुकदमा चल रहा है. 78 वर्षीय पूर्व तानाशाह दुर्लभ बीमारी से ग्रस्त हैं और पाकिस्तान छोड़कर दुबई में रह रहे हैं. एपीएमएल की महासचिव महरीन मलिक ने 'द एक्सप्रेस ट्रिब्यून' को बताया कि पूर्व राष्ट्रपति ने बीते महीने लंदन के एक अस्पताल में बारह दिन तक इलाज कराया. वह अब पहले से बेहतर महसूस कर रहे हैं और दुबई लौट आए हैं.

महरीन ने कहा कि मुशर्रफ राजनीति में लौटने की योजना बना रहे हैं. उन्होंने पार्टी के नेताओं के साथ एक बैठक भी की है. वह चिकित्सकों से सलाह लेने के बाद राजनैतिक गतिविधियों में पूरी तरह से लौटने पर फैसला करेंगे. डॉक्टरों की एक टीम प्रतिदिन उनका इलाज कर रही है. एपीएमएल की महासचिव ने कहा कि मुशर्रफ के निर्देश के बाद अब पार्टी समूचे पाकिस्तान में अपनी राजनैतिक गतिविधियां शुरू करने जा रही है. वह छह अक्टूबर को पार्टी के 9वें स्थापना दिवस के अवसर पर वीडियो लिंक के जरिए इस्लामाबाद में पार्टी नेताओं को संबोधित करेंगे.

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उन्होंने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति जल्द ही महत्वपूर्ण राजनैतिक ऐलान करेंगे. मुशर्रफ ने 1999 से 2008 तक पाकिस्तान पर शासन किया था. वह तत्कालीन संघीय सरकार की तरफ से दायर शिकायत पर पाकिस्तान में राजद्रोह के मुकदमे का सामना कर रहे हैं. विशेष अदालत द्वारा तलब किए जाने के बावजूद मुशर्रफ ने दुर्लभ बीमारी के कारण उपस्थित होने पर जब एक से अधिक बार असमर्थता जताई तो बीते जून महीने में अदालत ने कहा था कि अब मुकदमा मुशर्रफ की अनुपस्थिति में चलाया जाएगा.