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इमरान खान की पार्टी ने हिंदुओं का अपमान करने वाले पोस्टरों को लेकर इस नेता को निलंबित किया

प्रधानमंत्री इमरान खान नीत सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी ने अल्पसंख्यक हिंदुओं को लक्षित एक अपमानजनक नारा पोस्टरों में पाए जाने को लेकर अपने लाहौर महासचिव को निलंबित कर दिया है.

Updated on: 08 Feb 2020, 10:44 PM

लाहौर:

प्रधानमंत्री इमरान खान नीत सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी ने अल्पसंख्यक हिंदुओं को लक्षित एक अपमानजनक नारा पोस्टरों में पाए जाने को लेकर अपने लाहौर महासचिव को निलंबित कर दिया है. मीडिया में आई खबर में शनिवार को यह कहा गया है. मियां अकरम उस्मान ने कश्मीर एकजुटता दिवस के सिलिसले में ये पोस्टर लगवाए थे. इन पोस्टरों में यह नारा लिखा था, ‘हिंदू बात से नहीं,...से मानता है.’ इसे लेकर उस्मान की इंटरनेट उपयोगकर्ताओं और उनकी पार्टी ने आलोचना की.

उस्मान ने लाहौर में सार्वजनिक रूप से लगाए गए पोस्टरों को लेकर माफी मांगी. जियो न्यूज की खबर के मुताबिक पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी ने लाहौर चैप्टर के अपने महासचिव को निलंबित कर दिया है. पार्टी ने उस्मान को एक कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है. यह विषय एक विशेष कमेटी को भेजा गया है. हालांकि, उस्मान ने इन अपमानजनक पोस्टरों के लिए प्रिंटर को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि वह (भारत के) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाना चाहते थे, लेकिन प्रिंटर ने गलती से ‘मोदी’ शब्द की जगह ‘हिंदू’ शब्द को ले लिया. उन्होंने ट्वीट किया कि मैं सीमा के दोनों ओर रहने वाले सभी शांतिपूर्ण हिंदुओं से माफी मांगता हूं. मेरी जानकारी में आने पर सभी पोस्टरों को फौरन हटा लिया गया.

बता दें कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी के एक नेता ने अल्पसंख्यक हिंदुओं के खिलाफ आक्रामक नारे वाले बैनर लगाने पर हुई आलोचनाओं के बाद माफी मांग ली है. सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के लाहौर के एक नेता मियां अकरम उस्मान ने पांच फरवरी को पूरे मुल्क में मनाए गए कश्मीर एकता दिवस के संबंध में पोस्टर लगाए थे. उन्होंने पोस्टर में लिखा था, ‘‘हिंदू बात से नहीं, लात से मानता है.’’

उस्मान के इस पोस्टर पर उनकी पार्टी के साथ ही देश के कई लोगों ने उनकी आलोचना की थी. बैनर में पार्टी के लाहौर के महासचिव उस्मान के साथ इमरान खान और पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीरें भी लगी हुईं थीं. सोशल मीडिया पर आलोचनाओं के घेरे में आने के बाद उस्मान ने ‘‘सीमा के दोनों ओर शांतिपूर्ण तरीके से रह रहे सभी हिंदुओं’’ से टि्वटर पर माफी मांग ली.

उस्मान ने डॉन न्यूज टीवी को बताया कि उसने कश्मीर एकता दिवस के संबंध में अपने मुद्रक से ऐसे पोस्टर तैयार करने के लिए कहा था, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना वाले नारे हो. नेता ने दावा किया कि मुद्रक ने उनके निर्देशों को ‘‘गलत समझ’’ लिया और ‘‘मोदी’’ शब्द के स्थान पर बैनरों पर ‘‘हिंदू’’ लिख दिया. एक टि्वटर यूजर को जवाब देते हुए उस्मान ने कहा कि पोस्टरों को ‘‘तत्काल’’ हटा दिया गया है.