logo-image

डोनाल्ड ट्रंप से कश्मीर पर रहम की भीख मांगेंगे इमरान खान

Kangal Pakistan इमरान खान के कार्यक्रम के अनुसार राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से पहली मुलाकात लंच पर होगी, जबकि दूसरी मुलाकात चाय पर.

Updated on: 13 Sep 2019, 06:01 PM

highlights

  • इमरान खान 21 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र में लेंगे भाग.
  • डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात में कश्मीर पर रहम की भीख मांगेंगे इमरान.
  • अब तक कश्मीर के वैश्वीकरण के सारे प्रयास रहे हैं विफल.

इस्लामाबाद:

संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के पहले सत्र में हिस्सा लेने के लिए इस महीने के आखिर में अमेरिका (US) जा रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (DonalD Trump) के साथ दो बार मुलाकात का मौका मिल सकता है. पाकिस्तानी न्यूज चैनल की खबर में बताया गया है कि इमरान खान के कार्यक्रम के अनुसार, दोनों नेताओं के बीच पहली मुलाकात लंच पर होगी, जबकि दूसरी मुलाकात चाय पर. खबर में कहा गया है कि अमेरिकी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री की होने वाली बैठकों के कार्यक्रम को अंतिम रूप दे दिया गया है.

यह भी पढ़ेंः भारत ने अब कोई कार्रवाई की तो युद्ध होगा, इमरान खान ने दी बड़ी धमकी

21 सितंबर को जाएंगे न्यूयॉर्क
इमरान संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 74वें सत्र में भाग लेने के लिए 21 सितंबर को न्यूयॉर्क पहुंचेंगे. वह 27 सितंबर को UNGA को संबोधित करेंगे. अगस्त 2018 में पद संभालने के बाद से यह उनका पहला यूएनजीए सत्र होगा. वह विश्व के अन्य नेताओं से मुलाकात करेंगे और फिर से कश्मीर (Jammu Kashnir) मसले में भारत पर बनावटी आरोप लगाने की कोशिश करेंगे. यह खान की अमेरिका की दूसरी यात्रा होगी. जुलाई में, खान ने ट्रंप के साथ एक बैठक की थी, जिसके दौरान उन्होंने कश्मीर मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थ बनने की पेशकश की थी लेकिन उनकी दाल नहीं गली.

यह भी पढ़ेंः कोलकाता के पूर्व पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार हो सकते हैं गिरफ्तार, CBI ने कल किया तलब

कश्मीर से धारा 370 हटाने पर बौखलाया है पाकिस्तान
ट्रंप ने तब दावा किया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता करने के लिए कहा था. हालांकि भारत सरकार ने राष्ट्रपति ट्रंप के आश्चर्यजनक दावे से इनकार कर दिया था. गौरतलब है कि भारत ने अगस्त को जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा (Special Provision) देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 (Article 370) के प्रावधानों को निरस्त कर दिया और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया.

यह भी पढ़ेंः 'झुट्ठे' इमरान खान का फिर उड़ा जमकर मजाक, सोशल मीडिया पर लोगों ने दिखाया आईना

दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर
इस फैसले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव (Indo-Pak Tension) और बढ़ गया. फैसले पर पाकिस्तान में खलबली मच गई और पाकिस्तान समर्थन पाने के लिए दर-दर भटकने लगा. भारत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय (International Community) से स्पष्ट रूप से कहा है कि कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाना उसका आंतरिक मामला है और पाकिस्तान को इस सच्चाई को स्वीकार कर लेना चाहिए. यह अलग बात है कि पाकिस्तान इसके बावजूद बाज नहीं आ रहा है औऱ भारत के खिलाफ दुष्प्रचार जारी ऱखे है.