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इमरान खान का कंगाल पाकिस्तान अब दो घूंट पानी या इलाज के लिए तुर्की का मुंह ताक रहा

सिर्फ पानी ही नहीं पाकिस्तान को अस्पताल या हथियारों के लिए भी नियाजी खान को तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोग़ानका मुंह ताकना पड़ रहा है.

Updated on: 15 Nov 2019, 04:19 PM

highlights

  • तुर्की ने 'कारकी' विवाद में करीब 18 हज़ार करोड़ का जुर्माना माफ कराया पाकिस्तान का.
  • सिंध प्रांत में पीने का पानी मुहैया कराने के लिए तुर्की ने 4 वॉटर फिल्ट्रेशन प्लांट लगाए हैं.
  • पाकिस्तान के सरकारी अस्पतालों में अल्ट्रासाउंड की चार कलर मशीन उपहारस्वरूप भी दीं.

New Delhi:

कंगाली की कगार पर जा पहुंचा पाकिस्तान हर छोटी-बड़ी चीज के लिए परेशान है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से लेकर अपने सदाबहार दोस्त चीन के आगे आर्थिक मदद के लिए हाथ पसार चुके पाकिस्तान के वजीर-ए-आजम इमरान खान को अब पीने के दो घूंट पानी के लिए भी अपने ही एक मित्र देश तुर्की की ओर ताकना पड़ रहा है. सिर्फ पानी ही नहीं पाकिस्तान को अस्पताल या हथियारों के लिए भी नियाजी खान को तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोग़ानका मुंह ताकना पड़ रहा है.

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तुर्की ने कराया 18 हजार करोड़ का जुर्माना माफ
गौरतलब है कि पिछले दिनों पाकिस्तान को तुर्की ने 'कारकी' विवाद में करीब 18 हज़ार करोड़ का जुर्माना माफ कराया है. अब पाकिस्तान को तुर्की की तरफ से पीने का पानी भी मिलने लगा है. पिछले दिनों सिंध प्रांत में तुर्की ने 4 वॉटर फिल्ट्रेशन प्लांट लगाए हैं. उम्मीद की जा रही है कि इससे करीब 10 लाख लोगों को शुद्ध पीने का पानी मिलेगा. तुर्की ने ये भी कहा है कि आने वाले दिनों में वह पाकिस्तान के कई और इलाकों में पीने के शुद्ध पानी का इंतज़ाम करवाया जाएगा.

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अस्पताल के हालात भी सुधार रहा तुर्की
पाकिस्तान में अस्पतालों की हालत भी संसाधनों और सुविधाओं के लिहाज से बेहद खस्ता हो चुकी है. लिहाजा तुर्की ने पिछले दिनों पाकिस्तान के सरकारी अस्पतालों में अल्ट्रासाउंड की चार कलर मशीन उपहारस्वरूप दी थीं. तुर्की ने कहा है कि पाकिस्तान की स्वास्थ्य व्यवस्था सुधारने के लिए वह हरसंभव मदद करेगा. पाकिस्तान को ये सारी मदद टर्कीश कॉरपोरेशन और कॉर्डिनेशन एजेंसी की तरफ से मिल रही है. पाकिस्तान-तुर्की की दोस्ती इस साल संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान गहरी हो गई. दरअसल यहां तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोग़ान ने जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने के खिलाफ बयान दिया था. इतना ही नहीं पिछले दिनों खबर आई कि तुर्की अब पाकिस्तान के लिए जंगी जहाज भी बना रहा है.

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पाक-तुर्की रिश्तों पर भारत की नज़र
राष्ट्रपति एर्दोग़ान के जम्मू-कश्मीर पर दिए गए बयान के बाद से पीएम मोदी ने कूटनीतिक स्तर पर तुर्की को घेरना शुरू कर दिया है. इसी के तहत पिछले महीने भारत ने पश्चिम एशिया की यात्रा के दौरान तुर्की जाने वाले अपने नागरिकों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी. इस साल न्यूयॉर्क में पीएम मोदी ने साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस अनास्तासियादेस के साथ मुलाकात की. इसके अलावा पीएम मोदी ने आर्मेनिया के प्रधानमंत्री निकोल पाश्नियान के साथ द्विपक्षीय बैठक की. बातचीत के जरिए उन्होंने तुर्की को ये इशारा देने की कोशिश की है कि अगर उसने पाकिस्तान का साथ दिया तो फिर उन्हें उसका अंजाम भी भुगतना पड़ेगा.