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यूक्रेन का विमान गिराए जाने पर ईरान की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, 5 देश एक्शन लेने की तैयारी में

ईरान को यूक्रेन के विमान को मिसाइल से गिराने की गलती अब भारी पड़ने वाली है. इस हादसे में ईरान के अलावा 5 देशों के यात्रियों की मौत हो गई थी. अब इन पांच देशों ने ईरान के खिलाफ कदम उठाने का निर्णय लिया है.

Updated on: 14 Jan 2020, 12:02 AM

नई दिल्ली:

ईरान को यूक्रेन के विमान को मिसाइल से गिराने की गलती अब भारी पड़ने वाली है. इस हादसे में ईरान के अलावा 5 देशों के यात्रियों की मौत हो गई थी. अब इन पांच देशों ने ईरान के खिलाफ कदम उठाने का निर्णय लिया है. पांच देशों ने गुरुवार को लंदन में बैठक करने का फैसला लिया है. इस बैठक में ईरान के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का फैसला लिया जा सकता है. इसकी जानकारी यूक्रेन के विदेश मंत्री ने दी है.

बता दें कि कीव जा रहे यूक्रेन इंटरनेशनल एयरलाइंस के एक यात्री विमान को बुधवार को तेहरान से उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद मिसाइल से मार गिराया गया था. विमान में सवार सभी 176 लोगों की मौत हो गई थी. शुरुआती रिपोर्ट्स में विमान में खामी की बात सामने आई थी, लेकिन बाद में ईरान ने स्वीकार किया कि उसकी मिसाइल से ही विमान गिरा था.

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सिंगापुर दौरे पर गए यूक्रेन के विदेश मंत्री वाडिम प्रिस्तायको ने कहा कि इस बैठक में ईरान से हर्जाने की मांग पर फैसला लिया जाएगा.

इधर, ईरान की राजधानी तेहरान के पुलिस प्रमुख ने सोमवार को कहा कि यूक्रेन के यात्री विमान को गलती से मार गिराए जाने के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों के खिलाफ सुरक्षा बलों को संयम बरतने का आदेश दिया गया है. जनरल हुसैन रहीमी ने कहा कि रविवार को तेहरान में दूसरी रात प्रदर्शन कर रहे लोगों के प्रति पुलिस ने धैर्य और सहनशीलता के साथ व्यवहार किया.

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सरकारी टीवी पर प्रसारित एक बयान में उन्होंने कहा, 'राजधानी में पुलिस को संयम बरतने के आदेश दिए गए हैं जिसकी वजह से उसने लोगों की भीड़ पर गोली नहीं चलाई.' ईरान ने शुरू में विमान को मिसाइल से मार गिराने की बात से इनकार किया था लेकिन शनिवार को उसने स्वीकार किया कि एक भयंकर चूक की वजह से यह हादसा हुआ. राजधानी तेहरान में इस घटना के विरोध में बड़ी संख्या में छात्र और स्थानीय लोग सड़कों पर उतर आए और अधिकारियों समेत शीर्ष नेताओं के खिलाफ नारेबाजी की. ईरान ने मामले की जांच में शामिल होने के लिये कनाडा, फ्रांस, यूक्रेन और अमेरिका के विशेषज्ञों को आमंत्रित किया है. राष्ट्रपति हसन रुहानी ने मामले की व्यापक जांच का वादा किया है.