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ट्रंप के सहयोगी का तंज़, सिलिकॉन वैली में हैं बहुत सारे एशियाई मूल के सीईओ

डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति चुने जाने के बाद नए-नए विवाद जन्म ले रहे हैं।

Updated on: 17 Nov 2016, 06:38 PM

New Delhi:

डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति चुने जाने के बाद नए-नए विवाद जन्म ले रहे हैं। इनमें ताज़ा मामला ट्रंप ने रणनीतिक सहयोगी स्टीव बैनन ने जोड़ दिया है। पिछले साल नवंबर में उन्होंने ट्रंप का रेडियो इंटरव्यू लिया था, जिसमें उन्होंने विवादास्पद बातें कहीं थीं।

उन्होंने कहा है कि सिलिकॉन वैली में एशियाई मूल के तकरीबन दो तिहाई या तीन चौथाई सीईओ हैं। इसके बाद कैनन बोले कि देश अर्थव्यवस्था से बड़ा होता है और हम एक सभ्य देश हैं। माना जा रहा है कि उनका इशारा गोर राष्ट्रवादी पहचान की ओर था।

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ट्रंप के चुने जाने के बाद सिलिकॉन वैली में वैसे ही असहजता का माहौल है। गूगल, एप्पल और पेप्सी जैसी बड़ी कंपनियों को भारतीय मूल के लोग नेतृत्व दे रहे हैं।

कुछ दिनों पहले एप्पल के सीईओ टिम कुक ने कंपनी में काम कर रहे सभी लोगों के नाम एक मेमो लिखा, जिसमें उन्होंने कहा कि एप्पल हमेशा से ही विविधताओं का सम्मान करता आया है और इस वक़्त एका बनाये रखने की सबसे ज़्यादा ज़रुरत है। ट्रंप के चुनावी वादों की वजह से अप्रवासियों में बेचैनी का माहौल है।

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पेप्सी की सीईओ इंद्रा नूयी ने भी कहा कि ट्रंप के चुने जाने के बाद पेप्सी में काम करने वालों को अपनी सुरक्षा की चिंता सता रही है। नूयी के इस बयान के बाद ट्रंप समर्थकों ने उनपर हल्ला बोल दिया और सोशल मीडिया पर उन्हें काफी ट्रॉल किया गया।