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पेरिस में शस्‍त्र पूजा (Arms Worship) के बाद राफेल (Rafale) को रिसीव करेंगे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh)

Rajnath Singh to receive Rafale : भारत आज उन्नत तकनीकों से लैस 36 राफेल लड़ाकू विमानों को हासिल करेगा. भारत में शस्‍त्र पूजा की अनादिकाल से परंपरा चली आ रही है. भारतीय सेना में भी विजयादशमी (Vijayadashami 2019) के दिन शस्त्र पूजा (Arms worship) की जाती है.

Updated on: 08 Oct 2019, 09:11 AM

नई दिल्‍ली:

फ्रांस की कंपनी दसॉ से खरीदे गए राफेल (Rafale) जेट फाइटर विमान को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) रिसीव करेंगे. आज वे विजयादशमी (Vijayadashami 2019) के शुभ मौके पर पेरिस में शस्‍त्र पूजा (Arms worship) के बाद राफेल को रिसीव करेंगे. साथ ही वे राफेल में उड़ान भी भरेंगे. भारत आज उन्नत तकनीकों से लैस 36 राफेल लड़ाकू विमानों को हासिल करेगा. भारत में शस्‍त्र पूजा की अनादिकाल से परंपरा चली आ रही है. भारतीय सेना में भी विजयादशमी (Vijayadashami 2019) के दिन शस्त्र पूजा (Arms worship) की जाती है.

दरअशल अश्विन मास की शुक्ल पक्ष की तिथि को विजयादशी के तौर पर नाया जाता है जिसे बुराई पर अच्छाई की जीत के तौर पर मनाया जाता है. इसी दिव भगवान राम ने दस सिर वाले रावण का वध कर विजय प्राप्त की थी. ऐसे में शस्त्र पूजा के साथ-साध राफेल अधिग्रहण के लिए इस दिन को तय करने के पीछे यही वजह होगी कि यह विमान भारत पर आंख उठाने वाले को तहस-नहस कर देगा. 

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बताया जाता है कि भारतीय वायुसेना के बेड़े में इस लड़ाकू विमान के शामिल होने पर देश की सामरिक ताकत बढ़ेगी और दक्षिण एशिया में जहां पाकिस्तान का हमेशा शत्रुता का बर्ताव रहा है वह आंख उठाकर देखने की हिमाकत नहीं करेगा. रक्षा विशेषज्ञों की माने तो राफेल की क्षमता के समान पाकिस्तान के पास अब तक कोई विमान नहीं है.

सेवानिवृत्त एयर मार्शल एम. मथेश्वरण ने बताया, 'पाकिस्तान के पास मल्टी रोल विमान एफ-16 है. लेकिन वह वैसा ही है जैसा भारत का मिराज-2000 है. पाकिस्तान के पास राफेल जैसा कोई विमान नहीं है.' फ्रांस, मिस्र और कतर के बाद भारत चौथा देश होगा जिसके आकाश में राफेल विमान उड़ान भरेगा.

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राफेल 4.5वीं पीढ़ी का विमान है जिसमें राडार से बच निकलने की युक्ति है. इससे भारतीय वायुसेना (आईएएफ) में आमूलचूल बदलाव होगा क्योंकि वायुसेना के पास अब तक के विमान मिराज-2000 और सुखोई-30 एमकेआई या तो तीसरी पीढ़ी या चौथी पीढ़ी के विमान हैं.

बता दें, रक्षामंत्री राफेल विमान लाने के लिए तीन दिवसीय दौरे पर सोमवार को फ्रांस ते लिए रवाना हुए थे. वह मंगलवार को फ्रांस में 36 राफेल विमान की पहली खेप प्राप्त करने के बाद विमान में उड़ान भी भरेंगे.

(IANS से इनपुट)