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चीन ने करतारपुर कॉरिडोर खोलने के लिए भारत-पाकिस्तान की पहल का किया स्वागत, कही ये बात

भारतीय सिख तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे ने शनिवार को ऐतिहासिक गलियारे से पाकिस्तान में प्रवेश किया. इस गलियारे को सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव की 550 वीं जयंती से पहले खोला गया है.

Updated on: 11 Nov 2019, 05:55 PM

बीजिंग:

गुरुनानक देव की 550वीं जयंती पर करतारपुर कॉरिडोर को खोल दिया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 नवंबर को करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन किया. इसके बाद भारत से पहला जत्था भी रवाना हुआ. जिसका स्वागत किया गया. पाकिस्तान इसको लेकर कई पैंतरे चल रहा था. लेकिन बाद उन्होंने भी अपनी तरफ से कॉरिडोर को खोल दिया है. इमरान खान के निमंत्रण पर नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तान गए थे. यह कॉरिडोर भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे मतभेद को भुला सकता है. वहीं इस पहल को चीन ने भी स्वागत किया है. 

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ऐतिहासिक करतारपुर गलियारे के उद्घाटन का स्वागत करते हुए चीन ने सोमवार को उम्मीद जताई कि भारत और पाकिस्तान दोनों बातचीत के जरिए अपने मतभेदों को सुलझाने के लिए ‘‘सद्भावना प्रदर्शित करना जारी रख सकते हैं.’’ भारतीय सिख तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे ने शनिवार को ऐतिहासिक गलियारे से पाकिस्तान में प्रवेश किया. इस गलियारे को सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव की 550 वीं जयंती से पहले खोला गया है.

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चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने यहां मीडिया से कहा, ‘‘हम भारत और पाकिस्तान के बीच इस तरह के अच्छे संवाद का स्वागत करते हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘दोनों देश दक्षिण एशिया में महत्वपूर्ण हैं और दोनों का शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व दोनों के मौलिक हितों और दुनिया की साझा आकांक्षा को पूरा करता है.’’ उन्होंने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि दोनों पक्ष बातचीत के माध्यम से मतभेदों को ठीक से सुलझाते हुए और अपने संबंधों में सुधार तथा क्षेत्रीय शांति स्थिरता को संयुक्त रूप से सुरक्षित रखते हुए सद्भाव की उसी दिशा में आगे बढ़ सकते हैं. 

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वहीं पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के गर्वनर हाउस में पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी की बातों का भारतीय पत्रकारों ने मुंहतोड़ जवाब दिया और उन्हें उनकी बातों पर सफाई देने के लिए बाध्य कर दिया. करतारपुर गलियारे के उद्घाटन को कवर करने के लिए पाकिस्तान पहुंचे भारतीय पत्रकारों के सम्मान में गर्वनर हाउस में रात्रि भोज दिया गया था. एक भारतीय पत्रकार ने बताया कि कुरैशी इस भोज में पहले से मौजूद नहीं थे बल्कि अचानक पहुंचे. कश्मीर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अपमानजनक टिप्पणी के मामले में भारतीय पत्रकारों के प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें मुंह छिपाने पर बाध्य कर दिया.

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कुरैशी ने जब भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर टिप्पणी की तो भारतीय पत्रकार बरखा दत्त ने उन्हें तुरंत करारा जवाब दिया. बरखा ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है. उन्होंने ट्वीट में एक वीडियो शेयर किया जिसके शुरू में दिख रहा है कि कुरैशी कह रहे हैं कि 'भारतीय प्रधानमंत्री मोदी की कट्टरता और छोटी मानसिकता ने करतारपुर की भावना पर आघात पहुंचाया है.' बरखा ने ट्वीट में कहा कि इस पर उन्होंने कुरैशी से कहा कि वह भारतीय प्रधानमंत्री का अपमान कर रहे हैं और ऐसा कर वह वहां मौजूद भारतीय प्रतिनिधिमंडल का अपमान कर रहे हैं. इस पर कुरैशी ने कहा, "नहीं, नहीं, बिलकुल नहीं, मैं आपका स्वागत कर रहा हूं."

(इनपुट भाषा)