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पाकिस्‍तान में लड़कियों को छेड़छाड़ से बचाने के लिए बांटे जा रहे हैं बुर्के

इससे पहले पाकिस्‍तान (Pakistan) के हरीपुर (Haripur) जिले के शिक्षा विभाग ने सरकारी स्‍कूल की छात्राओं (School Girl) को छेड़छाड़ (Molestation) और शोषण से बचाने के लिए उन्‍हें अबाया, गाउन या चादर पहनना अनिवार्य कर दिया था.

Updated on: 05 Oct 2019, 03:20 PM

नई दिल्‍ली:

कश्‍मीर में मानवाधिकार की पैरवी करने वाले पाकिस्‍तान में हालात इस कदर बिगड़ गए हैं कि लड़कियों को छेड़छाड़ से बचाने के लिए बुर्के बांटे जा रहे हैं. इससे पहले पाकिस्‍तान के हरीपुर जिले के शिक्षा विभाग ने सरकारी स्‍कूल की छात्राओं को छेड़छाड़ और शोषण से बचाने के लिए उन्‍हें अबाया, गाउन या चादर पहनना अनिवार्य कर दिया था. 'द एक्सप्रेस ट्रिब्यून' की खबर के अनुसार, खैबर पैख्‍तूनख्‍वा प्रांत पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (Pakistan Tehreek-e-Insaf's, PTI) के पूर्व जिला परिषद सदस्य मुजफ्फर शाह द्वारा दी गई मदद से 69 छात्राओं को बुर्के बांटे गए.

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इस नई रिपोर्ट से पाकिस्‍तान के पीएम इमरान खान के दावों पर सवाल खड़े हो गए हैं. अकसर अंतरराष्‍ट्रीय मंचों पर मानवाधिकारों की पैरवी करने वाले इमरान के देश में छात्राओं में इस कदर दहशत है कि उन्‍हें बुर्के के अंदर छिपकर रहना पड़ रहा है. मुजफ्फर शाह ने बताया, बुर्कों की कीमत एक लाख रुपये थी, जिन्‍हें स्‍कूली छात्राओं को फ्री में वितरित किया गया. मुजफ्फर शाह का कहना है कि यह फैसला मुख्‍यमंत्री की ओर से जारी उस अध‍िसूचना के बाद लिया गया, जिसमें स्‍कूली लड़कियों को अनिवार्य रूप से पर्दा करने की बात कही गई है.

पाकिस्‍तान में इन दिनों महिलाओं से छेड़छाड़ की घटनाएं आम हो गई हैं. जर्नल ऑफ इंटरनेशनल वुमन स्‍टडीज की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, महिलाओं के लिए खतरनाक देशों की सूची में पाकिस्‍तान छठे नंबर पर है. हरिपुर जिले की शिक्षा अधिकारी समीना ने बताया, छेड़छाड़ और यौन उत्‍पीड़न की घटनाओं को देखते हुए ड्रेस कोड लागू करना जरूरी हो गया था.

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हाल ही में पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के चारसद्दा में स्थित बाचा खान यूनिवर्सिटी में छात्र-छात्राओं को साथ घूमने पर पाबंदी लगा दी गई थी. इसे गैर इस्‍लामिक बताया गया था. जारी फरमान के अनुसार, लड़का, लड़की साथ घूमते मिले तो उनके माता पिता से शिकायत की जाएगी और भारी जुर्माना भी उन्‍हें चुकाना होगा.