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मोस्‍ट वांटेड आतंकवादी हाफिज सईद को बड़ा झटका, टेरर फंडिंग में आरोप तय

पाकिस्‍तान में लाहौर की आतंकवाद निरोधी अदालत ने 26/11 मुंबई हमले के मोस्‍ट वांटेड आतंकवादी हाफिज सईद पर आरोप तय कर दिया है.

Updated on: 11 Dec 2019, 02:17 PM

नई दिल्‍ली:

पाकिस्‍तान में लाहौर की आतंकवाद निरोधी अदालत ने 26/11 मुंबई हमले के मोस्‍ट वांटेड आतंकवादी हाफिज सईद पर आरोप तय कर दिया है. इससे पहले 7 दिसंबर को आतंकवाद निरोधी अदालत हाफिज सईद के खिलाफ आतंकवाद के वित्त पोषण को लेकर कोर्ट आरोप तय नहीं कर सकी थी. तब इस मामले में एक सह आरोपी की पेशी नहीं हो पाई थी. कोर्ट ने अगली सुनवाई के लिए आज की तारीख दी थी. आज हुई सुनवाई के बाद लाहौर की आतंक निरोधी अदालत ने हाफिज सईद के खिलाफ आरोप तय कर दिया है. बता दें कि हाफिज सईद मुंबई आतंकवादी हमले का मास्टरमाइंड है और उसके संगठन जमाद-उद-दावा को प्रतिबंधित कर दिया गया है.

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हाफिज सईद पर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की पुलिस ने 3 जुलाई को मुकदमा दर्ज किया था. उसके अलावा उसके एक सहयोगी के खिलाफ 23 एफआईआर दर्ज किए गए थे. 17 जुलाई को उसे गिरफ्तार कर लिया गया था. इसके बाद से ही वह लाहौर के कोट लखपत जेल में बंद था, हालांकि बीच-बीच में उसे जेल से रिहा करने की भी खबरें भी आती रही हैं. हाफिज पर अपने गैर लाभकारी संगठनों की मदद से आतंकी गतिविधियों के लिए पैसे जुटाने का आरोप है.

मुंबई हमले में हाफिज सईद और उसके संगठन की संलिप्‍तता को लेकर भारत ने कई बार पाकिस्‍तान को डोजियर सौंपा, लेकिन पाकिस्‍तान ने उस पर कोई कार्रवाई नहीं की. पिछली सुनवाई के दौरान सरकारी वकील अब्दुर रऊफ भट्टी ने लाहौर की आतंकवाद निरोधी अदालत से जल्‍द से जल्‍द इस मामले की सुनवाई करके फैसला सुनाने का अनुरोध किया था, जबकि हाफ‍िज सईद के वकील का कहना है कि सुबूतों को लेकर सुनवाई अभी बाकी है.

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FATF की पिछली बैठक से पहले अमेरिका ने भी पाकिस्‍तान को दोटूक कहा था कि वह अपनी धरती का इस्‍तेमाल आतंकवादियों द्वारा न होने दे. अमेरिका ने हाफिज सईद समेत लश्कर-ए-तैयबा के गुर्गों पर भी मुकदमा चलाने को कहा था.