logo-image

इस्लामिक आतंकी समूह के 7 सदस्यों को बांग्लादेश में सजा-ए-मौत, हमले में भारतीय भी मारा गया था

2016 में हुए आतंकी हमले में इस्‍लामिक आतंकवादी समूह के सात सदस्‍यों को मौत की सजा सुना दी. अदालत ने एक आरोपी को बेकसूर करार देते उसे बरी कर दिया.

Updated on: 27 Nov 2019, 02:25 PM

highlights

  • जुलाई 2016 में एक कैफे पर हुआ था भीषण आतंकी हमला.
  • हमले में 22 निर्दोष मारे गए थे, जिनमें एक भारतीय भी था.
  • ढाका की अदालत ने 7 हमलावरों की दी मौत की सजा.

New Delhi:

बांग्‍लादेश की राजधानी ढाका में आतंकवाद रोधी विशेष न्यायाधिकरण ने बुधवार को 2016 में हुए आतंकी हमले में इस्‍लामिक आतंकवादी समूह के सात सदस्‍यों को मौत की सजा सुना दी. अदालत ने एक आरोपी को बेकसूर करार देते उसे बरी कर दिया. बुधवार को दोषी ठहराए गए सात लोग इस हमले की योजना के दोषी हैं. वे समूह, जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश से संबंधित हैं, जो मुख्य रूप से मुस्लिम देश में शरिया शासन स्थापित करना चाहते हैं. इस आतंकी हमले में एक भारतीय की भी मौत हो गई थी. यह वही आतंकी हमला था जिसके हमलावरों के जाकिर नाइक से प्रेरणा लेने का आरोप भी लगा था.

यह भी पढ़ेंः 'हिंदू ही बिगाड़ता है देश का शांति-सौहार्द्र', अयोध्या मसले पर मुस्लिम पक्ष के वकील के बिगड़े बोल

2016 के आतंकी हमले में 22 भारतीय मारे गए थे
गौरतलब है कि जुलाई 2016 में ढाका के एक कैफे में हुए आतंकी हमले की साजिश में इन सभी को दोषी पाया गया है. इस आतंकवादी हमले में 22 लोगों की मौत हो गई थी. मरने वालों में ज्‍यादातर विदेशी नागरिक थे. मृतकों में इटली के नौ ना‍गरिक, सात जापानी, एक अमेरिकी और एक भारतीय थे. बाद में सेना की कमांडो कार्रवाई में हमलावरों को भी मौत के घाट उतार दिया था.

यह भी पढ़ेंः Maharashtra Live: 29 नवंबर को उद्धव ठाकरे करेंगे बहुमत साबित, तब तक गठबंधन के विधायक रहेंगे नजरबंद

सभी हमलावर भी मारे गए थे
एक सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि ढाका की एक अदालत ने कड़ी सुरक्षा के बीच सातों आरोपी को मौत के सजा सुनाई है. इस आतंकी हमले में आठ आरोपी को नामित किया गया था. लंबी बहस के बाद अदालत ने एक अरोपी को बरी कर दिया. अधिकारी ने बताया कि न्‍यायाधीश मुजीबुर रहमान ने 113 गवाहों के बयान दर्ज करने के बाद 27 नवंबर को फैसले की तारीख तय की थी. पिछले साल नवंबर में अदालत ने आठ आरोपियों को दोषी ठहराया था. जांचकर्ताओं ने बताया कि एक जुलाई, 2016 को हुए हमले में प्रत्यक्ष तौर पर शामिल छह आतंकवादियों को सेना के कमांडो ने अगले दिन ढेर कर दिया था. आठ आरोपियों को बाद में गिरफ्तार किया गया था.