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अमेरिका ने धार्मिक अल्पसंख्यकों की स्थिति को लेकर पाकिस्तान पर साधा निशाना, जानें क्यों

अमेरिका ने धार्मिक अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न को लेकर पाकिस्तान पर निशाना साधा.

Updated on: 23 Aug 2019, 10:49 PM

नई दिल्ली:

अमेरिका ने धार्मिक अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न को लेकर पाकिस्तान पर निशाना साधा और कहा कि वहां अल्पसंख्यक सरकार और आतंकवादियों, दोनों से ही प्रताड़ित हो रहे हैं. अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता के लिए अमेरिकी राजदूत सैमुअल ब्राउनबैक ने गुरुवार को सुरक्षा परिषद से कहा, पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों का लगातार उत्पीड़न किया जा रहा है.

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उन्होंने कहा, "चाहे वह नॉन स्टेट एक्टर हों या फिर भेदभावपूर्ण कानून और नीतियां, दोनों ही प्रकार से अल्पसंख्यक प्रताड़ित हो रहे हैं." यहां पर 'नॉन स्टेट एक्टर्स' का संदर्भ आंतकवादी संगठनों से है, जो धार्मिक अल्पसंख्यकों पर हमला करते रहे हैं. इनमें इस्लाम के अहमदिया और सूफी संप्रदाय के सदस्य भी शामिल हैं. पोलैंड द्वारा बुलाए गए धार्मिक अल्पसंख्यकों की रक्षा और सुरक्षा पर सुरक्षा परिषद के एक अनौपचारिक सत्र में ब्राउनबैक ने यह बातें कहीं. इस महीने परिषद का अध्यक्ष पोलैंड है और इसकी अध्यक्षता देश के विदेश मंत्री जासेक जापुटोविक कर रहे हैं.

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ब्राउनबैक ने कहा कि पोलैंड ने ह्यूमन राइट फोकस पाकिस्तान के अध्यक्ष नावेद वॉल्टर को पाकिस्तान में धार्मिक स्वतंत्रता के संदर्भ में यहां बात करने के लिए बुलाया, इसकी वह सराहना करते हैं. उन्होंने कहा, वॉल्टर वहां ईसाई, अहमदिया, हिंदू, या अन्य लोगों की वकालत बहुत अच्छी तरह से कर रहे हैं. वॉल्टर ने कहा कि दक्षिण एशिया में ईसाई, हिंदू, अहमदिया, बहाई, सिख, मुस्लिम और यहूदी अल्पसंख्यकों के साथ स्तब्ध कर देने वाला व्यवहार किया जाता है. उन्होंने इस संदर्भ में पाकिस्तान में अहमदिया, ईरान में बहाई, चीन में अल्पसंख्यकों और भारत में अल्पसंख्यकों व दलितों का जिक्र किया.