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डोनाल्ड ट्रंप ने लगाए WHO पर गंभीर आरोप, लिया ये बड़ा फैसला

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि WHO कई सारी चीजों में गलत था. वे बहुत चीन-केंद्रित लग रहे थे.

Updated on: 08 Apr 2020, 07:56 AM

नई दिल्ली:

कोरोना वायरस के चलते अमेरिका में इस वक्त गंभीर हालात बने हुए हैं. पिछले 24 घंटों में कोरोना के चलते यहां करीब 2 हजार लोगों के मारे जाने की खबर है. इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन WHO पर गंभीर आरोप लगाए हैं और फंडिग रोकने की बात कही है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि WHO कई सारी चीजों में गलत था. वे बहुत चीन-केंद्रित लग रहे थे. उन्होंने कहा, विश्व स्वास्थ्य संगठन को अमेरिका से बड़ी मात्रा में धन प्राप्त होता है, उन्होंने मेरी यात्रा पर प्रतिबंध की आलोचना की थी.वो इससे असहमत थे. वो कईल सारी चीजों में गलत थे, वह चीन केंद्रीत लग रहे हैं. इसलिए फैसला लिया गया है कि हम डब्ल्यूएचओ पर खर्च होने वाली रकम पर रोक लगाने जा रहे है.

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बता दें, यह पहली बार नहीं हैं जब ट्रंप ने WHO पर इस तरह के आरोप लगाए हैं. इससे पहले भी ट्रंप WHO पर चीन का पक्ष लेने के आरोप लगा चुके हैं. तब उन्होंने कहा था कि ज्यादातर लोग WHO के रवैये से दुखी हैं. WHO चीन का बहुत पक्ष ले रहै है. दरअसल ट्रंप का ये बयान उस समय आया था जब कोरोना के मुद्दे पर WHO ने चीन की काफी प्रशंसा की थी.

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वहीं दूसरी तरफ अमेरिका स्थित चीनी राजदूत त्स्वेइ थिएन काई ने कहा कि चीन और अमेरिका को एकजुट और सहयोग के माध्यम से काम करना चाहिये. त्स्वेइ थिएन काई ने न्यूयार्क टाइम्स में अपने लेख में कहा कि न्यूयार्क उनके लिए पसंदीदा शहर है, लेकिन महामारी की वजह से अब इस शहर का पॉज बटन दबाया गया है जिससे मुझे बहुत दुख हुआ. अब महामारी पूरे विश्व में फैली हुई है. चीन को याद है कि जब चीन में लोग महामारी से ग्रस्त रहे तब पूरे विश्व ने चीन की मदद की. अब चीन भी इन की सद्भावना का बदलाव करेगा.

त्स्वेइ थिएन काई ने कहा कि चीन और अमेरिका को एक दूसरे की मदद करनी चाहिये. हाल ही में राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ फोन पर बातचीत करते हुए कहा कि दोनों देशों को सहयोग से महामारी को रोकना चाहिये और चीन यथासंभव अमेरिका का समर्थन करेगा.