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अब आधार कार्ड की नहीं होगी कोई जरूरत, UIDAI ने शुरू की वर्चुअल आईडी सेवा

UIDAI की तरफ से अधिकारिक तौर पर यह काम प्रमाणीकरण उपयोगकर्ता एजेंसी को सौंपा गया है जो वर्जुअल आईडी (vid) से यूआईडी (यूनिक आईडी) आम लोगों का उपल्बध कराएगी।

Updated on: 30 Jun 2018, 06:11 PM

नई दिल्ली:

आधार कार्ड की सुरक्षा और निजता को लेकर चल रहे विवादों के बीच आज यूनिक आईडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानि की (UIDAI) ने आज से वर्चुअल आईडी (वीआईडी) सेवा की शुरुआत कर दी है।

UIDAI की तरफ से अाधिकारिक तौर पर यह काम प्रमाणीकरण उपयोगकर्ता एजेंसी को सौंपा गया है जो वर्जुअल आईडी (vid) से यूआईडी (यूनिक आईडी) सेवा आम लोगों का उपल्बध कराएगी।

गौरतलब है कि आधार कार्ड की सुरक्षा, निजता के उल्लंघन को लेकर इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है। सुप्रीम कोर्ट इस बात की जांच कर रहा है कि क्या आधार कार्ड से आम लोगों के निजता के अधिकार का उल्लंघन होता है।

हालांकि इस पर सुप्रीम कोर्ट ने अभी कोई अंतिम फैसला नहीं सुनाया है और सरकार की तरफ से UIDAI को इस पर अपना पक्ष रखने का आदेश दिया था।

UIDAI ने कहा था कि आम लोगों की सूचना को आधार कार्ड के जरिए कोई नहीं चुरा सकता और इसकी पूरी सुरक्षा सुनिश्चित की गई है। हालांकि आधार्ड कार्ड की जानकारी लीक होने और इसे गलत इस्तेमाल से बचाने के लिए ही इस सरकारी एजेंसी ने लोगों को हर बार वर्चुअल ऑई़डी बनाने की सुविधा देने का ऐलान किया था।

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वर्चु्अल आईडी का फायदा यह होगा कि अब आपको कहीं भी अपना आधार नंबर नहीं देना होगा बल्कि इसकी जगह आधार कार्ड से ही एक वेबसाइट के जरिए हर बार वर्चुअल आईडी जेनरेट करना होगा जिसका आम आदमी कहीं भी इस्तेमाल कर सकेगा। खासबात यह है कि एक आईडी का सिर्फ एक ही बार इस्तेमाल हो सकेगा।

अगर उदाहण के तौर पर हम इसे समझें तो यह कुछ वैसा ही होगा जैसे आप ऑनलाइन लेने-देन के लिए वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) का इस्तेमाल करते हैं। एक ओटीपी का सिर्फ एक ही लेने-देन के लिए इस्तेमाल हो सकता है।

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