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चाबहार बंदरगाह को छूट से मिली मुक्‍ति, अमेरिकी विदेश मंत्री पोंपियो ने दी स्‍वीकृति

अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने ईरान में भारत द्वारा विकसित किए जा रहे चाबहार बंदरगाह को प्रतिबंध से छूट दे दी है. विदेश मंत्रालय ने माना है कि चाबहार बंदरगाह से अफगानिस्‍तान के आर्थिक विकास और नवनिर्माण का रास्‍ता साफ होगा, इसलिए इसे छूट देने का फैसला किया गया है.

Updated on: 07 Nov 2018, 08:52 AM

नई दिल्ली:

अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने ईरान में भारत द्वारा विकसित किए जा रहे चाबहार बंदरगाह को प्रतिबंध से छूट दे दी है. विदेश मंत्रालय ने माना है कि चाबहार बंदरगाह से अफगानिस्‍तान के आर्थिक विकास और नवनिर्माण का रास्‍ता साफ होगा, इसलिए इसे छूट देने का फैसला किया गया है.

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अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता ने बताया, इस मुद्दे पर व्‍यापक विचार-विमर्श के बाद विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने यह फैसला किया है. अमेरिकी विदेश विभाग ने यह छूट ईरान फ्रीडम एंड काउंटर पोलिफरेशन एक्‍ट 2012 के तहत लिया गया है, ताकि चाबहार बंदरगाह के विकास में बाधा न आए. यह बंदरगाह अफगानिस्‍तान के विकास में मील का पत्‍थर साबित होने वाला है. वहां के लिए माल और पेट्रोलियम पदार्थों की सप्‍लाई भी इसी बंदरगाह से होने वाली है, लिहाजा अफगानिस्‍तान का विकास प्रभावित न हो, इस कारण बंदरगाह को प्रतिबंध से छूट दी जा रही है. प्रवक्‍ता ने यह भी बताया कि चाबहार बंदरगाह को दी जा रही यह छूट अफगानिस्‍तान के विकास और वहां मानवीय राहत उपलब्‍ध कराने की दिशा में निर्णायक साबित होगा.

प्रवक्‍ता ने यह भी कहा कि चाबहार को लेकर यह फैसला भारत के साथ हमारी आपसी समझदारी का परिणाम है. भारत के लिए चाबहार बहुत ही रणनीतिक परिणाम देने वाला है और उसने पाकिस्‍तान को बाइपास करके इसे विकसित करने का फैसला किया है. बता दें कि ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध सोमवार से लागू हुआ है. इससे भारत को बंदरगाह के विकास करने में बाधाएं आने वाली थीं.