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पुलवामा हमले पर डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा कदम उठा सकता है भारत, दोनों देशों के बीच हालात खराब

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि पुलवामा हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच खतरनाक चीजें चल रही हैं, यह बहुत बुरी स्थिति है.

Updated on: 23 Feb 2019, 08:18 AM

वाशिंगटन:

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि पुलवामा हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच खतरनाक चीजें चल रही हैं, यह बहुत बुरी स्थिति है. ट्रंप ने कहा कि प्रशासन दोनों पक्षों के साथ संपर्क में हैं और आशा करता है कि घाटी में द्वेष जल्द समाप्त होगी. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, 'अभी पाकिस्तान और भारत के बीच स्थिति बहुत खराब है. भारत कोई बड़ा कदम उठा सकता है. हम इसे जल्द खत्म होते देखना चाहते हैं. कई लोग मारे गए हैं. हम इसे रुकते हुए देखना चाहते हैं. हम इसमें (शांति प्रक्रिया) बहुत ज्यादा संलिप्त हैं.' बता दें कि पुलवामा हमले के बाद अमेरिका में रह रहे भारतीय पाकिस्तानी दूतावास के सामने लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान के ऊपर काफी दबाव बनाया जा रहा है.

डोनाल्ड ट्रंप जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में पिछले सप्ताह हुए आतंकी हमले में मारे गए 40 भारतीय जवानों के पर किए गए सवालों पर ये जवाब दे रहे थे. पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने हमले के तुरंत बाद इसकी जिम्मेदारी ली थी.

ट्रंप ने कहा, 'भारत बहुत बड़ी कार्रवाई की योजना बना रहा है. भारत ने हमले में लगभग 50 लोग खोए हैं. मैं यह समझ सकता हूं. प्रशासन (अमेरिकी) दोनों देशों में अधिकारियों से बात कर रहा है.'

उन्होंने कहा, 'हम बातचीत कर रहे हैं. कई लोग बातचीत कर रहे हैं. कश्मीर में जो हो हुआ है, उसके कारण अभी भारत और पाकिस्तान के बीच कई समस्याएं है. यह काफी खतरनाक है.'

राष्ट्रपति ने कहा कि अमेरिका ने पाकिस्तान के साथ संबंधों में सुधार किए हैं और पाकिस्तानी अधिकारियों व नेताओं के साथ बैठकें जारी हैं.

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ट्रंप ने कहा, 'मैंने पाकिस्तान को दिए जाने वाले 1.3 बिलियन डॉलर की सहायता राशि रोक दी थी. इस बीच हम पाकिस्तान के साथ कुछ बैठकें कर सकते हैं. पाकिस्तान अमेरिका के दूसरे राष्ट्रपतियों के तहत काफी ज्यादा फायदा ले रहा था. हम पाकिस्तान को हर साल 1.3 बिलियन डॉलर दे रहे थे. मैंने इसे रोक दिया था क्योंकि वह उस तरीके से हमारी मदद नहीं कर रहा था जैसा उसे करना चाहिए था.'