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पूर्व रूसी जासूस को जहर देने के मामले में ब्रिटेन के साथ ट्रंप

बयान में कहा गया कि ट्रंप ने सवाल उठाया है कि रूस में तैयार रासायनिक हथियार इस्तेमाल के लिए ब्रिटेन कैसे पहुंच गया।

Updated on: 14 Mar 2018, 11:53 PM

लंदन:

पूर्व रूसी जासूस को कथित रूप से जहर देने के मामले में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री थेरेसा मे से कहा है कि उनकी सरकार इस मामले में हर तरह से ब्रिटेन का समर्थन करती है। डाउनिंग स्ट्रीट प्रवक्ता ने यह जानकारी दी।

मे ने निष्कर्ष निकाला था कि सेलिसबरी में पूर्व जासूस सर्गेई स्क्रीपल और उनकी बेटी पर हमले के पीछे रूस का हाथ होने की 'ज्यादा संभावना' है।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि मे ने सेलिसबरी में हुई घटना के मामले में जांच की प्रगति से वाकिफ कराने के लिए मंगलवार को ट्रंप से बात की और कहा कि ब्रिटिश सरकार इस निष्कर्ष पर पहुंची है कि हमले के पीछे रूस का हाथ होने की संभावना ज्यादा है।

प्रवक्ता ने कहा, 'राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका सभी तरीके से ब्रिटेन के साथ है और उन्होंने इस बात पर सहमति जताई कि रूस को जरूर स्पष्ट जवाब देना होगा कि कैसे इस नर्व एजेंट का इस्तेमाल किया गया।'

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व्हाइट हाउस ने भी मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा कि ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका अपने 'सबसे करीबी सहयोगी' के साथ मजबूती से खड़ा है और ब्रिटेन को जांच में मदद के लिए हर तरह से सहयोग देने के लिए तैयार है।

बयान में कहा गया कि ट्रंप ने सवाल उठाया है कि रूस में तैयार रासायनिक हथियार इस्तेमाल के लिए ब्रिटेन कैसे पहुंच गया।

ब्रिटिश मीडिया की खबरों के मुताबिक, चार मार्च को रूस के पूर्व खुफिया अधिकारी सर्गेई स्क्रीपल और उनकी 33 वर्षीय बेटी यूलिया सैलिसबरी (इंग्लैंड) के एक शॉपिंग सेंटर की बेंच पर बेसुध पड़े मिले थे।

वहीं, मंगलवार को रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने जहर देने के मामले में रूस का हाथ होने से इनकार करते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय कानून के अनुसार रूस जांच में ब्रिटेन का सहयोग देने के लिए तैयार है।

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