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यरुशलम में खुला US दूतावास, इजराइली फायरिंग में 52 फिलीस्तीनियों की मौत

यरुशलम में अमेरिकी दूतावास खोले जाने के विरोध में गाजा सीमा पर हुई झड़प के दौरान इजराइल की तरफ से की गई फायरिंग में 52 लोग मारे गए हैं।

Updated on: 14 May 2018, 10:36 PM

highlights

  • यरुशलम में खुला अमेरिकी दूतावास
  • इजराइली गोलीबारी में 52 नागरिकों की मौत

नई दिल्ली:

यरुशलम में अमेरिकी दूतावास खोले जाने के विरोध में गाजा सीमा पर हुई झड़प के दौरान इजराइल की तरफ से की गई फायरिंग में 52 लोग मारे गए हैं। 

विवादित यरुशलम में अमेरिकी दूतावास को खोले जाने के विरोध में इजरायल व गाजा पट्टी को अलग करने वाली बाड़ के पास हजारों फिलीस्तीनियों ने विरोध प्रदर्शन किया।

2014 के गाजा युद्ध के बाद से यह इजराइल और फिलीस्तीन के बीच अब तक की सबसे हिंसक झड़प है।

राष्ट्रपति बनने के बाद दिसंबर 2017 में डोनाल्ड ट्रंप ने तेल अवीव से अमेरिकी दूतावास को यरुशलम स्थानांतरित किए जाने का ऐलान किया था।

ट्रंप ने अमेरिका की दशकों पुरानी नीति को तोड़ते हुए यरुशलम को इजराइल की आधिकारिक राजधानी की मान्यता देते हुए अमेरिकी दूतावास को स्थानांतरित किए जाने का ऐलान किया था।

सोमवार को औपचारिक रूप से इस दूतावास को खोल दिया गया, जिसके विरोध में हिंसक प्रदर्शन भड़क उठा।

मारे गए लोगों में एक 14 साल का बच्चा भी शामिल है। गाजा सीमा पर कुल पांच जगहों पर यह झड़प हुई।

हमास सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक गाजा में अब तक 52 लोग मारे जा चुके हैं जबकि 1700 से अधिक लोग घायल हुए हैं। वहीं इसमें 8 पत्रकारों के भी घायल होने की सूचना है।

इजराइली सेना के मुताबिक विरोध प्रदर्शन में करीब 35,000 से अधिक लोग शामिल थे। सेना का आरोप है कि विरोध कर रहे लोगों में आतंकी भी शामिल थे, जिसने लोगों की आड़ लेकर हमला करना शुरू किया।

इजराइली सेना ने गाजा के इस्लामी शासक हमास पर हिंसक विरोध प्रदर्शन का आरोप लगाया है।

सेना के मुताबिक फिलीस्तीनियों ने सीमा से सटे इलाकों में पथराव किया और घेराव को तोड़ने की कोशिश करते हुए विस्फोटक को लगाने की कोशिश की। इसके बाद सेना को भीड़ को रोकने के लिए गोली चलानी पड़ी।

गौरतलब है कि फिलीस्तीनी नागरिक तेल अवीव से अमेरिकी दूतावास को यरुशलम में स्थानांतरित किए जाने के फैसले का विरोध कर रहे हैं।

यरुशलम को इजराइल की राजधानी के तौर पर मान्यता दिए जाने के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसले के बाद से जारी विरोध में अब तक 91 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं।

अमेरिकी दूतावास खोले जाने के मौके पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए वहां मौजूद अधिकारियों को संबोधित किया। 

अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल रविवार को ही इजरायल पहुंच गया था, जिसका स्वागत इजरायली विदेश मंत्री ने किया और उसके बाद प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अपने घर प्रतिनिधिमंडल को रात्रि भोज दिया था।

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