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सुषमा स्वराज ने कहा- वर्तमान सुरक्षा चुनौतियों पर UNSC हो रहा अक्षम

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आरोप लगाया है कि वो 'तेजी से अक्षम' हो रहा है और कई बार 'जानबूझकर' वर्तमान सुरक्षा चुनौतियों पर प्रतिक्रिया नहीं देता जिसके परिणाम भयंकर हो सकते हैं।

Updated on: 24 Apr 2018, 06:36 PM

नई दिल्ली:

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार की मांग को दोहराते हुए करते हुए आरोप लगाया है कि वो 'तेजी से अक्षम' हो रहा है और कई बार 'जानबूझकर' वर्तमान सुरक्षा चुनौतियों पर प्रतिक्रिया नहीं देता जिसके परिणाम भयंकर हो सकते हैं।

शांघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइज़ेशन काउंसिल (एससीओ) के विदेश मंत्रियों के सम्मेलन में दिये गए अपने भाषण में सुषमा स्वराज ने अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद और उसके संरक्षण के मुद्दे को उठाया।

जापान, बार्जील, जर्मनी के साथ भारत भी मांग कर रहा है कि स्थायी और अस्थायी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार कर उसमें दूसरे देशों की भागीदारी बढ़ाकर उसे मज़बूत किया जाए।

सुरक्षा परिषद में सुधार की बात को दाहराते हुए उन्होंने कहा, 'ये हम सबको साफ दिखाई देने लगा है कि सुरक्षा परिषद अब तेजी से अक्षम या कई बार भयंकर परिणाम वाले सुरक्षा चुनौतियों को लेकर प्रतिक्रिया देने में अनिच्छा दिखाता है।'

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उन्होंने कहा, 'हमें ये नज़रअदाज़ नहीं कर सकते कि संयुक्त राष्ट्र में सुधार तबतक अधूरा है जब तक कि वर्तमान परिस्थितियों के अनुसार सुरक्षा परिषद में सुधार कर उसे ज्यादा प्रतिनिधित्व वाला नहीं बनाया जाता।'

चीन जो कि सुरक्षा परिषद का सदस्य है उसने भारत की सदस्यता का समर्थन नहीं किया है बल्कि वो संबंधित देशों के लिये पेकेज की बात करता है। इस पैकेज में पाकिस्तान भी शामिल है।

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