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सीरिया में संघर्ष विराम समझौते पर सुरक्षा परिषद में मतदान स्थगित

संयुक्त राष्ट्र में कुवैत के राजदूत मंसूर अली ओतेबी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने सीरिया में 30 दिवसीय संघर्षविराम की मांग संबंधी मसौदा प्रस्ताव पर मतदान शनिवार तक स्थगित कर दिया है।

Updated on: 24 Feb 2018, 02:36 PM

संयुक्त राष्ट्र:

संयुक्त राष्ट्र में कुवैत के राजदूत मंसूर अली ओतेबी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने सीरिया में 30 दिवसीय संघर्षविराम की मांग संबंधी मसौदा प्रस्ताव पर मतदान शनिवार तक स्थगित कर दिया है।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, फरवरी माह के लिए सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष अल ओतेबी ने कहा कि सुरक्षा परिषद के सदस्यों के बीच शुक्रवार को कई दौर की गोपनीय वार्ता के बाद कोई सहमति नहीं बन पाई।

उन्होंने कहा कि परिषद के सदस्य इस मसौदे पर सहमति बनाने के बहुत करीब थे लेकिन वे मतभेदों को दूर नहीं कर पाए।

उन्होंने मीडिया को बताया, 'हम इस मसौदे पर सहमति बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं और उम्मीद है कि परिषद के सभी 15 सदस्य एकजुट होकर इसके पक्ष में वोट करेंगे।'

कुवैत और स्वीडन द्वारा तैयार किए गए इस मसौदे में सीरिया में 30 दिवसीय संघर्षविराम लागू करने की मांग की गई है ताकि इस बीच मानवीय सहायता पहुंचाई जा सके और संकटग्रस्त क्षेत्रों से गंभीर रूप से बीमार लोगों को सकुशल निकाला जा सके। इस मसौदे पर पहले शुक्रवार को मतदान होना था।

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संयुक्त राष्ट्र में स्वीडन के राजदूत ओलोफ स्कूग ने कहा कि वह शुक्रवार को हुए इस गतिरोध से बेहद हताश थे।

उन्होंने कहा, 'मैं बेहद हताश हूं कि संयुक्त राष्ट्र सीरिया के लोगों के कष्ट कम करने का प्रयास करने वाले इस मसौदे पर सहमति नहीं बना पाया।'

उन्होंने कहा कि इस पर अब शनिवार को मतदान होगा।

स्कूग ने हाल ही में हिंसा में बढ़ोतरी का उल्लेख करते हुए कहा, 'हम हार नहीं मानेंगे क्योंकि इस समय संघर्षविराम की सख्त जरूरत है।'

उन्होंने संवाददाताओं को बताया, 'मुझे उम्मीद है कि हम शनिवार को सशक्त, सार्थक और प्रभावशाली मसौदा पारित कर पाएंगे।'

उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि हम सभी इससे सहमत होंगे कि संघर्षविराम को तत्काल भाव से लागू करने की जरूरत है। इसे किस तरह से प्रभावी किया जाए, इस पर चर्चा होना बाकी है।'

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