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अफगानिस्तान आत्मघाती हमला: एक बच्चे समेत 11 लोगों की मौत

प्रांत के गवर्नर के प्रवक्ता अताहुल्लाह खोगयानी ने बताया कि इस्लामिक स्टेट आतंकी संगठन (ISIS) की अफगान शाखा ने हमले की जिम्मेदारी ली है.

Updated on: 14 Jun 2019, 07:07 AM

highlights

  • Afganistan में आत्मघाती हमला.
  • 11 लोगों की मौत, कई घायल.
  • मृतकों में एक बच्चा शामिल.

नई दिल्ली:

अफगानिस्तान (Afganistan) के पूर्वी नांगरहार प्रांत की राजधानी जलालाबाद (Jalalabad) में एक आत्मघाती हमलावर ने पुलिस स्टेशन के निकट खुद को Bomb Blast के जरिए उड़ा लिया. इस आत्मघाती हमले में अभी 11 लोग मारे गए और 13 घायल होने की सूचना मिली है. प्रांत के गवर्नर के प्रवक्ता अताहुल्लाह खोगयानी ने बताया कि इस्लामिक स्टेट आतंकी संगठन (ISIS) की अफगान शाखा ने हमले की जिम्मेदारी ली है. जानकारी के मुताबिक मरने वालों में एक बच्चा भी शामिल है, वहीं तीन अन्य बच्चों के घायल होने की सूचना है.

उन्होंने आगे बताया कि इस हमले में 13 अन्य लोग घायल हो गए, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर है. प्रांतीय राज्यपाल के प्रवक्ता अताहुल्लाह खोगयानी ने बताया कि इस हमले का निशाना सुरक्षा बल थे और घायलों में से कई पुलिसकर्मी हैं. अभी तक इस हमले की जिम्मेदारी किसी ने नहीं ली है लेकिन इस्लामिक स्टेट से संबद्ध इस्लामिक स्टेट खोरासन प्रोविंस और तालिबान इस क्षेत्र में सक्रिय हैं. यह इस्लामिक स्टेट का गढ़ माना जाता है. अफगानिस्तान के सुरक्षा बलों पर लगभग रोजाना तालिबान और इस्लामिक स्टेट के आतंकवादी हमले करते हैं.

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इस बीच, अफगानिस्तान की सरकार ने कहा है कि उसने अटकी पड़ी शांति प्रक्रिया को आगे बढ़ाने की कोशिशों के तहत सद्भावना स्वरूप देश की विभिन्न जेलों में बंद 490 तालिबानी कैदियों को रिहा किया है. सरकारी मीडिया सेंटर प्रमुख फिरोज बाशारी ने बताया कि रिहा किए गए कैदी या तो बीमार चल रहे थे या फिर उनकी सजा पूरी होने में एक साल से कम का वक्त रह गया था. उन्होंने बताया कि जून में ईद के अवसर पर राष्ट्रपति अशरफ गनी ने 887 कैदियों को रिहा करने का आदेश दिया था.

ISIS के बारे में
इस्लामी राज्य जून 2014 में निर्मित एक अमान्य राज्य तथा इराक एवं सीरिया में सक्रिय जिहादी सुन्नी सैन्य समूह है. अरबी भाषा में इस संगठन का नाम है 'अल दौलतुल इस्लामिया फिल इराक वल शाम'. इसका हिन्दी अर्थ है- 'इराक एवं शाम का इस्लामी राज्य'. शाम सीरिया का प्राचीन नाम है.

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इस संगठन के कई पूर्व नाम हैं जैसे आईएसआईएस अर्थात् 'इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया', आईएसआईएल्, दाइश आदि. आईएसआईएस नाम से इस संगठन का गठन अप्रैल 2013 में हुआ. इब्राहिम अव्वद अल-बद्री उर्फ अबु बक्र अल-बगदादी इसका मुखिया है.[3] शुरू में अल कायदा ने इसका हर तरह से समर्थन किया किन्तु बाद में अल कायदा इस संगठन से अलग हो गया. अब यह अल कायदा से भी अधिक मजबूत और क्रूर संगठन के तौर पर जाना जाता हैं.