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उत्तरी कोरिया पर डीजल, केरोसिन और पेट्रोलियम उत्पादों के निर्यात पर लगा प्रतिबंध

इस प्रतिबंध के तहत उत्तर कोरिया के लिए डीजल और केरोसिन सहित लगभग 90 प्रतिशत रिफाइंड पेट्रोलियम उत्पादों के निर्यात पर प्रतिबंध लगेगा।

Updated on: 23 Dec 2017, 09:59 AM

नई दिल्ली:

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की उत्तरी कोरिया के खिलाफ प्रतिबंधों को कड़ा करने वाले एक नए प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है। 

गौरतलब है कि उत्तर कोरिया ने 28 नवंबर को बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया था।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, इस प्रस्ताव को सुरक्षा परिषद ने सर्वसम्मति से पारित कर दिया। इसके मद्देनजर उत्तर कोरिया के पेट्रोलियम निर्यात में बेतहाशा कटौती हो जाएगी। 

इस प्रतिबंध के तहत उत्तर कोरिया के लिए डीजल और केरोसिन सहित लगभग 90 प्रतिशत रिफाइंड पेट्रोलियम उत्पादों के निर्यात पर प्रतिबंध लगेगा। जिसकी सालाना अधिकतम सीमा पांच लाख बैरल तय हो सकती है।

अमेरिका के तैयार किए गए प्रस्ताव के पक्ष में उत्तर कोरिया के मुख्य व्यापारिक सहयोगी देशों चीन और रूस ने भी मतदान किया।

पिछले महीने उत्तर कोरिया द्वारा बैलिस्टिक मिसाइल लान्च के जवाब में अमेरिका द्वारा ये प्रस्ताव दिया गाया था।

इस प्रस्ताव के तहत प्योंगयांग के लिए कच्चे तेल के निर्यात को कम कर एक साल में 40 लाख बैरल पर लाया जा सकता है।

प्रस्ताव में 12 महीनों के अंदर विदेशों में काम कर रहे उत्तर कोरियाई श्रमिकों के प्रत्यावर्तन की मांग भी शामिल होगी।

इसके अलावा प्रस्ताव उत्तर कोरिया के लिए खाद्य उत्पादों, मशीनरी, लकड़ी, जहाजों सहित विद्युत उपकरण और पत्थर के निर्यात को रोक देता है। यह औद्योगिक उपकरण, परिवहन वाहनों और औद्योगिक धातुओं की आपूर्ति को भी प्रतिबंधित करता है।

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