पाकिस्तानी सांसद ने कहा, 'मलाला पर 2012 में हुआ तालिबान का हमला पूर्व नियोजित नाटक था'
अहमदजेब ने एक दक्षिणपंथी उर्दू अखबार 'उम्मातिन' के साथ एक इंटरव्यू में कहा, 'मलाला पर अटैक की पटकथा 2012 में हुई घटना से काफी पहले लिखी जा चुकी थी।'
highlights
- मलाला यूसुफजाई पर 2012 में तालिबानी आतंकियों ने किया था हमला
- पाक सांसद का दावा, नाटक था मलाला पर हमला, सिर में नहीं लगी थी गोली
- 'मलाला का इलाज करने वाले डॉक्टरों को पाक सरकार ने दी जमीन, मलाला पढ़ाई-लिखाई नहीं कर सकती थी'
नई दिल्ली:
पाकिस्तान की एक महिला सांसद ने दावा किया है कि नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई पर साल- 2012 में हुआ तालिबान का हमला पूर्वनियोजित था। इमरान खान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की सदस्य और सांसद मुसर्रत अहमदजेब ने कहा कि बीबीसी के लिए मलाला का लिखना और फिर उन पर हमला, यह पूरा प्रकरण पहले से निर्धारित था।
अहमदजेब ने एक दक्षिणपंथी उर्दू अखबार 'उम्मातिन' के साथ एक इंटरव्यू में कहा, 'मलाला पर अटैक की पटकथा 2012 में हुई घटना से काफी पहले लिखी जा चुकी थी।'
पाकिस्तान के स्वात प्रांत के पूर्व शासक की बहू अहमदजेब ने इस बात पर भी आशंका जताई कि मलाला के सिर में कोई गोली लगी थी। अहमदजेब के मुताबिक, 'मलाला को सिर में गोली मारी गई थी लेकिन स्वात में हुए कंम्यूटराइज्स टोमोग्राफी (सीटी) स्कैन में उस हिस्से में कोई गोली नहीं पाई गई। लेकिन हां, फिर पेशावर के कंबाइंड मिलिट्री हॉस्पिटल में उसके सिर में गोली की बात जरूर सामने आई'।
अहमदजेब ने यह भी आरोप लगाया कि जो डॉक्टर मलाला के इलाज में लगे थे उन्हें सरकार की ओर से घर बनाने के लिए जमीन दी गई। अहमदजेब ने साथ आरोप लगाया कि मलाला लिख और पढ़ नहीं सकती थी लेकिन उसे इस रूप में दिखाया गया कि वह गुल मकाई के नाम से बीबीसी के लिए कहानियां लिखती थी।
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पाक सांसद ने कहा कि गोली लगने की घटना से काफी पहले ही एक अमेरिकी मलाला के घर में रहा था और उसने उसने पूरी पटकथा के मुताबिक मलाला को ट्रेन किया।
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इन दावों के बीच हालांकि यह साफ नहीं हो सका है कि पाक सांसद ने क्यों मलाला पर आरोप लगाए। इस बीच पीटीआई के प्रवक्ता शफकत महमूद ने कहा है उनकी पार्टी पहले ही मुसर्रत और दो अन्य सांसदों को पार्टी अनुशासन भंग करने के लिए अलग कर चुकी है।
तालिबान के हमले के बाद मलाला पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बन गई थी और आगे जाकर उन्हें नोबेल का शांति पुरस्कार मिला।
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