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राहील शरीफ ने ज़र्ब-ए-अज़्ब शुरू कर उड़ा दी थी आतंकियों की नींद

आतंकवाद के खिलाफ इस अभियान में तकरीबन 30,000 सैनिकों ने हिस्सा लिया था।

Updated on: 28 Nov 2016, 07:06 PM

New Delhi:

पाकिस्तान के आर्मी चीफ राहील शरीफ मंगलवार को सेवा से रिटायर होने वाले हैं और उससे पहले उन्होंने सोमवार को पाकिस्तान के राष्ट्रपति मामून हुसैन और प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ से औपचारिक मुलाक़ात की। राहील शरीफ के बाद जनरल क़मर जावेद बाजवा पाकिस्तान के नए आर्मी चीफ होंगे। पकिस्तान के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति ने राहील शरीफ को रिटायरमेंट के बाद की ज़िंदगी के लिए शुभकामनाएं दीं।

राहील शरीफ ने कहा कि रिटायरमेंट के बाद वो शहीद हो चुके सैनिको के परिवारों की भलाई के लिए काम करते रहेंगे। राहील शरीफ 2013 में आर्मी चीफ बने थे। जब जनरल कयानी ने यह घोषणा की कि वो सेवा विस्तार नहीं लेंगे, तब राहील शरीफ का नाम आर्मी चीफ की रेस में कहीं नहीं था।

उनके कार्यकाल में उत्तरी वज़ीरिस्तान में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के खिलाफ 'ज़र्ब-ए-अज़्ब' सैन्य अभियान की शुरुआत की गयी। आतंकवाद के खिलाफ इस अभियान में तकरीबन 30,000 सैनिकों ने हिस्सा लिया था। करीब 10 लाख लोगों को इलाके से सुरक्षित निकाला गया और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के ठिकानों पर लगातार हमले किये गए। कराची के हालात भी सामान्य करने में राहील शरीफ का अच्छा योगदान माना जाता है।

उनके आर्मी चीफ बनने की आलोचना भी की गई थी क्योंकि वो सेना के सामरिक (ऑपरेशनल) पृष्ठभूमि से नहीं आये थे। राहील औए पाक सरकार के रिश्ते उनके पूरे कार्यकाल में सामान्य रहे।