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किम ने शांति के लिये नहीं मजबूरी में परमाणु और मिसाइल परीक्षणों पर लगाई रोक

चीनी विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तर कोरिया अंडरग्राउंड न्यूक्लियर टेस्ट साइट ढह गई है और उसका इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है।

Updated on: 25 Apr 2018, 08:52 PM

नई दिल्ली:

उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जॉन्ग उन अपने परमाणु और मिसाइल टेस्ट पर रोक लगाने और परमाणु परीक्षण की साइट को बंद करने की घोषणा की थी। लेकिन चीनी विशेषज्ञों का कहना है कि उसकी अंडरग्राउंड न्यूक्लियर टेस्ट साइट ढह गई है और उसका इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है।

हालांकि उत्तर कोरिया के तानाशाह ने शनिवार को घोषणा की कि अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप से मुलाकात को देखते हुए उन्होंने माउंट मंताप स्थित पंग्ये-री न्यूक्लीयर टेस्ट साइट और इंटरकॉन्टिनेंटल मिसाइल टेस्ट पर रोक लगा दी है।

किम ने पंग्ये-री के साइट पर 6 में से 5 परमाणु परीक्षण किये थे। जिसमें से पिछले साल सितंबर में सबसे बड़ी परीक्षण किया गया था और परीक्षण से 6.3 की तीव्रता का भूकंप भी आया था और चीन के उत्तरी सीमा पर भी इसके झटके महसूस किये गए थे।

उत्तरी कोरिया ने दावा किया था कि उसने हाइड्रोजन बम का परीक्षण किया है।

चीनी विषेशज्ञों का कहना है कि 4.1 की तीव्रता का भूकंप आने के बाद आए आफ्टरशॉक्स से पहाड़ को आतंरिक नुकसान पहुंचा है और वो ढह गया है।

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इस स्टडी को एक वेबसाइट पर पब्लिश किया गया है जिसमें विशेषज्ञों के हवाले से कहा गया है, 'पहाड़े के ढहने की घटना के बाद रेडियोएक्टिव मैटेरियल के लीक की लगातार निगरानी की जानी चाहिये।'

विश्वविद्यालय का कहना है कि स्टडी को जल्द ही पब्लिश किया जाएगा। जिसमें कहा गया है कि 'ढहने के कारण जमीन के नीचे बनाए गए स्ट्रक्चर को खत्म कर दिया है ऐसे में वो अब भविष्य के परीक्षणों के लिये उपयुक्त नहीं रह गया है।'

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