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सीरिया में ईरान की सैन्य उपस्थिति नहीं होनी चाहिए: नेतन्याहू

सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, नेतन्याहू सोमवार को तीन दिवसीय दौरे पर यूरोप जाने वाले हैं। इस दौरान वह जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात करेंगे।

Updated on: 29 May 2018, 10:32 AM

जेरूसलम:

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सोमवार को कहा कि वह अगले सप्ताह जर्मनी और फ्रांस के नेताओं से होने वाली अपनी मुलाकात में उनसे इजरायल के इस रुख का समर्थन करने का आग्रह करेंगे कि सीरिया में ईरान की सैन्य उपस्थिति नहीं होनी चाहिए। 

प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी किए गए एक बयान में यह कहा गया।

सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, नेतन्याहू सोमवार को तीन दिवसीय दौरे पर यूरोप जाने वाले हैं। इस दौरान वह जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात करेंगे।

उन्होंने कहा कि इस दौरान वह ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे से भी मुलाकात कर सकते हैं।

सोमवार को अपनी पार्टी की एक बैठक को संबोधित करते हुए ईरान परमाणु समझौते के कड़े विरोधी नेतन्याहू ने कहा कि उनकी चर्चा परमाणु समझौते से अमेरिका के अलग होने और सीरिया में ईरान की सैन्य उपस्थिति पर केंद्रित होगी।

उन्होंने कहा, 'हम मानते हैं कि सीरिया में ईरान की सैन्य मौजूदगी की कोई वजह नहीं है।'

उन्होंने कहा, 'निसंदेह, यह केवल हमारा रुख ही नहीं दर्शाता, बल्कि यह मध्यपूर्व और उससे बाहर अन्य पक्षों का रुख भी दर्शाता है। यह हमारी चर्चा का मुख्य विषय होगा।'

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