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पीएम मोदी ने इंडोनेशियाई नागरिकों के लिए 30 दिनों के मुफ्त वीजा उपलब्ध कराने की घोषणा की

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को जकार्ता में इंडोनेशियाई नागरिकों के लिए 30 दिनों के मुफ्त वीजा उपलब्ध कराने की घोषणा की।

Updated on: 30 May 2018, 06:46 PM

highlights

  • जकार्ता में भारतीय समुदाय को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया संबोधित
  • पीएम ने अगले साल प्रयाग में कुम्भ के लिए भारतीय समुदाय को आमंत्रित किया
  • इंडोनेशियाई नागरिकों के लिए 30 दिनों के मुफ्त वीजा उपलब्ध कराने की घोषणा

जकार्ता:

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को जकार्ता में इंडोनेशियाई नागरिकों के लिए 30 दिनों के मुफ्त वीजा उपलब्ध कराने की घोषणा की।

प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय प्रवासियों को देश में 'न्यू इंडिया' को अनुभव करने के लिए आमंत्रित किया।

जकार्ता में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, 'हमारे देशों के सिर्फ नाम ही मिलते जुलते नहीं हैं बल्कि इंडिया-इंडोनेशिया की दोस्ती में भी अलग तरह की तुकबंदी है।'

जकार्ता में पीएम मोदी ने कहा, 'हम इंडोनेशियाई नागरिकों के लिए भारत में 30 दिनों तक यात्रा के लिए मुफ्त वीजा उपलब्ध कराने का प्रबंधन कर रहे हैं।'

मोदी ने संबोधन में कहा, 'आपमें से कई कभी भारत नहीं आए हैं। मैं आप सभी को अगले साल प्रयाग (इलाहाबाद) में कुम्भ के लिए भारत आमंत्रित कर रहा हूं।'

इसके अलावा पीएम मोदी ने इंडोनेशिया के साथ अपने द्विपक्षीय संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी को बढ़ाने का फैसला किया। प्रधानमंत्री ने दक्षिणपूर्व एशिया के इस महत्वपूर्ण देश के साथ संबंध बढ़ाने को लेकर कई अहम फैसले लिए।

भारत और इंडोनेशिया पर्यटन और सांस्कृतिक आदान-प्रदान और क्षेत्रीय आर्थिक विकास को बढ़ाने के लिए लोगों के बीच संबंध बढ़ाने पर जोर दिया।

पीएम मोदी ने गणतंत्र दिवस 2018 में शामिल होने के लिए राष्ट्रपति जोको विदोदो का धन्यवाद किया।

बता दें कि इस बार के गणतंत्र दिवस समारोह में दक्षिणपूर्व एशियाई देशों के संगठन (आसियान) के सभी देशों ने हिस्सा लिया था।

आसियान के सदस्य देशों में ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम हैं।

भारतीय समुदाय को संबोधित करने से पहले इंडोनेशियाई राष्ट्रपति के साथ संयुक्त वार्ता में प्रधानमंत्री ने कहा, 'सामुद्रिक पड़ोसियों एवं सामरिक साझेदारों के रूप में हमारी चिन्ताएं एक जैसी हैं। सामुद्रिक मार्गों की सुरक्षा एवं संरक्षा सुनिश्चित करना हमारा कर्तव्य है। यह हमारे आर्थिक हितों की रक्षा के लिए भी आवश्यक है।'

इंडोनेशिया में भारतीय मूल के करीब 1,00,000 लोग रहते हैं और देश भर में 7,000 प्रवासी भारतीय विभिन्न क्षेत्रों में बतौर पेशेवर कार्यरत हैं।

प्रधानमंत्री दक्षिणपूर्व एशिया के तीन देशों के पांचदिवसीय दौरे पर हैं। इसके बाद वह सिंगापुर और मलेशिया जाएंगे।

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