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UK में भारतीय-पाकिस्तानी किराएदार पका सकेंगे कढ़ी, केस हारा मकान मालिक

आदेश में कहा गया है कि विल्सन भारतीय और पाकिस्तानी लोगों को अपनी संपत्तियां किराए पर देने से रोकने के लिए किसी भी प्रकार की नीति लागू नहीं कर सकता।

Updated on: 11 Nov 2017, 09:05 AM

लंदन:

ब्रिटेन में अब भारतीय और पाकिस्तानी किराएदार खाना (कढ़ी) बना सकेंगे। ब्रिटिश मकान मालिक ने इस पर रोक लगाई थी। उनका कहना था कि भारत और पाकिस्तान के किराएदार कढ़ी बनाते थे और इसके काफी महक आती थी। ब्रिटेन की एक अदालत ने भारत और पाक के लोगों को अपनी संपत्तियां किराए पर देने पर ब्रिटिश मकान मालिक के प्रतिबंध को गैरकानूनी ठहराया है।

फर्गेस विल्सन की दक्षिण-पूर्व इंग्लैंड के केंट में सैकड़ों संपत्तियां हैं। उसकी इस नीति के खिलाफ मेडस्टोन काउंटी की अदालत ने इसी हफ्ते आदेश दिया, जिससे वह कानूनी लड़ाई हार गया। हालांकि, विल्सन ने नस्लभेदी होने से इनकार किया था।

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आदेश में कहा गया है कि विल्सन भारतीय और पाकिस्तानी लोगों को अपनी संपत्तियां किराए पर देने से रोकने के लिए किसी भी प्रकार की नीति लागू नहीं कर सकता। अगर इस आदेश का उल्लघंन किया गया या फिर अदालत की अवमानना की तो उसे जेल भी हो सकती है। साथ ही भारी जुर्माना भी लग सकता है।

जज रिचर्ड पोल्डेन आदेश में कहा, 'मैंने यह नीति गैरकानूनी पाई है। इस तरह की नीतियों का हमारे समाज में कोई स्थान नहीं है।'

वहीं विल्सन का कहना है, 'मैंने उन लोगों को किराए पर रखने से मना किया है, जो घर में कढ़ी बनाते हैं।'

बता दें कि 69 साल के मकान मालिक ने समानता और मानवाधिकार आयोग (ईएचआरसी) के खिलाफ अदालत में खुद का बचाव किया। फिर ईएचआरसी ने इस नीति को चुनौती दी और इसे गलत बताया।

इसके बाद विल्सन ने ईएचआरसी के फैसले को कोर्ट में चुनौती दी, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा।

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