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पाक सेना प्रमुख बाजवा ने कहा, सरकार चलाना फौज का काम नहीं, हमें भारत से सीखना चाहिए

पाकिस्तान के नए सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने भारतीय लोकतंत्र की तारीफ करते हुए कहा कि हमें भारत से सीखना चाहिए।

Updated on: 15 Feb 2017, 12:00 AM

highlights

  • पाकिस्तान सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने कहा, हमें भारत से सीखना चाहिए।
  • बाजवा ने अपने अधिकारियों से कहा, सरकार चलाना सेना का काम नहीं है

नई दिल्ली:

पाकिस्तान के नए सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने भारतीय लोकतंत्र की तारीफ करते हुए कहा कि हमें भारत से सीखना चाहिए। उन्होंने अपने अधिकारियों से कहा, 'सरकार चलाना सेना का काम नहीं है। वे एक किताब पढ़ें जिनमें बताया गया है कि कैसे भारत सेना को सियासत से अलग रखने में कामयाब रहा।' उन्होंने कहा कि फौज को संविधान से परिभाषित अपनी भूमिका तक सीमित रहना चाहिए।

पाकिस्तानी अंग्रेजी दैनिक द नेशन के अनुसार बाजवा ने कहा कि पाकिस्तान में सेना और असैनिक सरकार के बीच स्पर्धा नहीं सहयोग होनी चाहिए। दरअसल सेना ने पाकिस्तान में लोकतांत्रिक ढ़ंग से चुनी हुई सरकार को कई दफा बर्खास्त किया है। जिसको नजर में रखते हुए बाजवा ने टिप्पणी की है। बाजवा का बयान पाकिस्तान की असैन्य सरकार के साथ पाकिस्तानी सेना के रिश्तों में तब्दीली का एक संकेत है। जो नवाज शरीफ की सरकार के लिए एक शुभ समाचार हो सकता है।

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बाजवा ने अपने अधिकारियों से कहा, 'वे आजादी के बाद असैनिक सरकार के साथ भारतीय सेना के रिश्तों के बारे में येल युनिवर्सिटी के राजनीति शास्त्र और अंतरराष्ट्रीय संबंधों के प्रोफेसर स्टीवन आई विल्किंसन की लिखी किताब आर्मी ऐंड नेशन (सेना एवं राष्ट्र) पढ़ें।' पाकिस्तान सेना प्रमुख ने यह टिप्पणी दिसंबर में सैन्य मुख्यालय की रावलपिंडी गैरिसन में वरिष्ठ सैनिक अधिकारियों के एक समूह के बीच की थी।

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