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पाकिस्तान और बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहा अत्याचार: रिपोर्ट

पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसे देश में हिंदुओं को हिंसा और सामाजिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है। हिंदू-अमेरिकी फाउंडेशन (एचएएफ) की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिण एशिया समेत दुनिया के अन्य हिस्सों में रह रहे हिंदू अल्पसंख्यकों को कई तरह के कानूनी भेदभाव, प्रतिबंध, धार्मिक आजादी पर प्रतिबंध, हिंसा, सामाजिक उत्पीड़न और आर्थिक एवं राजनीतिक रुप से निशाना बनाया जाता है।

Updated on: 23 Jun 2017, 05:38 PM

highlights

  • पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसे देश में हिंदुओं को हिंसा और सामाजिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है
  • हिंदू-अमेरिकी फाउंडेशन (एचएएफ) की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिण एशिया में हिंदू अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव किया जाता है

नई दिल्ली:

पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसे देश में हिंदुओं को हिंसा और सामाजिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है। हिंदू-अमेरिकी फाउंडेशन (एचएएफ) की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिण एशिया समेत दुनिया के अन्य हिस्सों में रह रहे हिंदू अल्पसंख्यकों को कई तरह के कानूनी भेदभाव, प्रतिबंध, धार्मिक आजादी पर प्रतिबंध, हिंसा, सामाजिक उत्पीड़न और आर्थिक एवं राजनीतिक रुप से निशाना बनाया जाता है।

जारी रिपोर्ट के मुताबिक, 'बांग्लादेश और पाकिस्तान जैसे देश में हिंदू महिलाओं को अपहरण और जबरिया धर्मांतरण जैसे अपराधों को सहना पड़ता है। कई देश जहां पर हिंदू अल्पसंख्यक हैं, वहां पर गैर सरकारी संगठन राज्य के समर्थन से भेदभाव और अलगाववादी एजेंडा चलाते हैं, जिसका सामना अल्पसंख्यकों को करना पड़ता है।'

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रिपोर्ट में अफगानिस्तान, बांग्लादेश, मलेशिया और पाकिस्तान को हिंदू अल्पसंख्यकों के मानवाधिकार के हनन के लिए सबसे खराब मुल्क बताया गया है। वहीं भूटान और श्रीलंका को उन देशों के तौर पर शुमार किया गया है, जहां रहने वाली हिंदू आबादी को लेकर गंभीर चिंता जाहिर की गई है।

फिजी, सऊदी अरब, त्रिनिदाद और टोबैगो को निगरानी वाले देशों की सूची में रखा गया है। रिपोर्ट बताती है, 'राज्य और गैर सरकारी संगठनों के उत्पीड़न की वजह से हिंदुओं को शरणार्थी की तरह बर्ताव करना पड़ता है।'

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