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मिस्र के पूर्व राष्ट्रपति होस्नी मुबारक हुए रिहा

मिस्र की सर्वोच्च अदालत ने देश में 2011 के विद्रोह में शामिल प्रदर्शनकारियों की हत्या के मामले में पूर्व राष्ट्रपति होस्नी मुबारक को रिहा करने की पुष्टि कर दी है।

Updated on: 03 Mar 2017, 08:10 PM

नई दिल्ली:

मिस्र की सर्वोच्च अदालत ने देश में 2011 के विद्रोह में शामिल प्रदर्शनकारियों की हत्या के मामले में पूर्व राष्ट्रपति होस्नी मुबारक को रिहा करने की पुष्टि कर दी है। आधिकारिक समाचार एजेंसी एमईएनए के मुताबिक, अदालत ने मामले में अंतिम फैसला सुनाते हुए विद्रोह में शामिल प्रदर्शनकारियों की मौत के लिए मुबारक पर लगे आरोप हटा दिए हैं।

89 वर्षीय होस्नी मुबारक को इससे पहले 2015 में भी मिस्र की एक अदालत ने इस तरह के आरोपों से मुक्त कर दिया गया था, लेकिन तब अभियोजक ने फैसले के खिलाफ अपील की थी। होस्नी मुबारक फिलहाल, काहिरा के सैन्य अस्पताल में हैं।

गुरुवार को आए मिस्र की सर्वोच्च अदालत के इस फैसले के खिलाफ अपील नहीं की जा सकती है इस लिहाज से यह मुबारक के पक्ष में आया अंतिम फैसला है। ग़ौरतलब है कि मिस्र में सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बाद हुस्नी मुबारक को साल 2011 फरवरी में सत्ता छोड़नी पड़ी थी। 

इसके बाद 2011 के विद्रोह में शामिल प्रदर्शनकारियों की हत्या के मामले पर उन पर केस दर्ज किया गया था और उन्हें कानून का सामना करना पड़ा था। होस्नी मुबारक करीब 30 साल तक मिस्र के राष्ट्रपति रहे थे।

मिस्र में भारी जनविरोध के बाद सत्ता से हटाए गए हुस्नी मुबारक के ख़िलाफ़ भ्रष्टाचार और विरोध प्रदर्शन कर रहे सैकड़ों प्रदर्शनकारियों की हत्या का आरोप था। मुबारक के अलावा उनके बेटे अला और गमाल, पूर्व आतंरिक सुरक्षा मंत्री हबीब अल अदली तथा छह पूर्व अधिकारियों को भी कानून का सामना करना पड़ा था। 

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