logo-image

डोनाल्ड ट्रंप ने मुस्लिम देशों से आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की अपील की, बैठक में पाकिस्तानी पीएम नवाज भी थे मौजूद

रियाद में मुस्लिम देशों से आतंकवाद को समर्थन नहीं देने की अपील करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पश्चिम एशियाई देशों के गठबंधन की वकालत की ताकि आतंकवाद को खत्म किया जा सके।

Updated on: 22 May 2017, 09:36 AM

highlights

  • डोनाल्ड ट्रंप ने की मुस्लिम देशों से आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की अपील
  • बैठक में पाकिस्तानी पीएम नवाज भी थे मौजूद, राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रंप की पहली विदेश यात्रा

New Delhi:

रियाद में मुस्लिम देशों से आतंकवाद को समर्थन नहीं देने की अपील करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पश्चिम एशियाई देशों के गठबंधन की वकालत की ताकि आतंकवाद को खत्म किया जा सके।

रियाद में अरब-इस्लामिक अमेरिकन समिट को संबोधित करते हुए ट्रंप ने सभी मुस्लिम नेताओं से कहा कि उनके पास बस संदेश के तौर पर बस 'दोस्ती, उम्मीद, और प्यार' है। राष्ट्रपति बनने के बाद डोनाल्ड ट्रंप का यह पहला विदेश दौरा है।

ट्रंप ने कहा अब वक्त आ गया है कि मुस्लिम बहुल देश कट्टरपंथ के खिलाफ लड़ी जाने वाली लड़ाई में अग्रिम भूमिका निभाएं।

ट्रंप जब मुस्लिम देशों से आतंकवाद के खिलाफ अग्रणी भूमिका निभाए जाने और आतंकियों को किसी तरह का समर्थन नहीं दिए जाने की अपील कर रहे थे, तब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ भी उस बैठक में वहां मौजूद थे।

राष्ट्रपति बनने के बाद से ट्रंप कई मौकों पर शरीफ को दक्षिण एशिया में आतंकवाद को पालने-पोषणे को लेकर फटकार लगा चुके हैं। दक्षिण एशिया में पाकिस्तान के ऊपर आतंकवाद को बढ़ाने और समर्थन देने का आरोप लगता रहा है, जिसका सबसे बड़ा शिकार भारत रहा है।

और पढ़ें: अमेरिका और सऊदी अरब के बीच हुई 110 अरब डॉलर की हथियार डील

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, 'यह अलग-अगल धर्मों के बीच की लड़ाई नहीं है। यह संप्रदायों के बीच की लड़ाई नहीं है और नहीं संस्कृतियों के बीच की लड़ाई है। यह धर्म की आड़ में छिपे बर्बर लोगों और सभ्य लोगों के बीच की लड़ाई है। यह अच्छे और शैतान लोगों के बीच की लड़ाई है। हम इस लड़ाई से तभी जीत सकते हैं जब सभी अच्छी ताकतें एकजुट हो जाएं।'

अरब देशों में लगातार बढ़ रही हिंसा का जिक्र करते हुए ट्रंप ने कहा कि यहां बैठे मुस्लिम नेताओं की बैठक से पश्चिम एशिया और पूरी दुनिया में शांति की शुरूआत हो सकती है।

ट्रंप ने हालांकि इस दौरान ईरान पर इस क्षेत्र में अशांति फैलाने का आरोप लगाया। ट्रंप के साथ सउदी अरब ने भी ईरान को पश्चिम एशिया की शांति के लिए बड़ा खतरा बताया।

और पढ़ें: नॉर्थ कोरिया ने फिर किया मिसाइल परीक्षण, अमेरिका से और बढ़ सकता है टेंशन