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सिक्किम सीमा विवाद से बौखलाये चीन मीडिया ने दी कश्मीर में घुसने की धमकी, पिछले 20 दिनों से जारी है गतिरोध

चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स में छपे एक भारतीय अध्य़यन के एक्सपर्ट ने चीन को भारत-पाकिस्तान के विवादित इलाके में घुसने की सलाह दी है।

Updated on: 15 Jul 2017, 12:17 AM

highlights

  • चीन के एक्सपर्ट की सलाह, उनका देश भी भारत-पाक के विवादित क्षेत्र में कर सकता है प्रवेश
  • एक्सपर्ट का कहना है कि पश्चिमी देश इस संबंध में भारत की मदद भी नहीं करेंगे

नई दिल्ली:

सिक्किम सीमा विवाद पर भारत और चीन की तरफ से तनातनी कम होती नजर नहीं आ रही है। चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स में छपे लेख में एक चीन विश्लेषक ने चीन को भारत-पाकिस्तान के 'विवादित इलाके' में घुसने की सलाह दी है।

चीन के एक्सपर्ट का मानना है कि जिस तर्क से भारत चीन और भूटान के 'विवादित इलाके' में अपनी सेना को घुसने की अनुमति देता है, उनका देश भी उस हिसाब से फिर कश्मीर की तरफ से भारत-पाकिस्तान के 'विवादित इलाके' में घुस सकता है। ये डोकाला इलाके में भारतीय सेना की मौजूदगी पर चीनी एक्सपर्ट के कई तर्को में से एक है।

बता दें कि भारतीय सैनिक सिक्किम-तिब्बत-भूटान तिराहे के नजदीक रणनीतिक रुप से अहम जमीन की सुरक्षा के लिए खुदाई कर रहे हैं। यह इलाका जल विद्युत परियोजना झलोंग से महज 30 किलोमीटर दूर है, जो भूटान की सीमा से लगा हुआ है।

चाइना वेस्ट नॉर्मल यूनिवर्सिटी में भारतीय अध्ययन के लिए केंद्र के निदेशक लॉन्ग जिंगचुग ने अपने लेख में कहा,' अगर भारत को भूटान के क्षेत्र की रक्षा के लिए अनुरोध किया गया हो, तो यह केवल अपने स्थापित क्षेत्र तक ही सीमित हो सकता है, 'विवादित इलाका' नहीं।'

'अन्यथा, भारत के तर्क के अनुसार, यदि पाकिस्तानी सरकार अनुरोध करती है तो तीसरे देश की सेना भारत-पाकिस्तान के 'विवादित इलाका' में प्रवेश कर सकती है, जिसमें भारत-नियंत्रित कश्मीर शामिल है।'

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वैसे बता दे कि चीन सिर्फ हस्तक्षेप नहीं कर रहा है, वह पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (पीओके) के अंदर सड़कों और अन्य बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का निर्माण कर रहा है, जिस पर भारत और पाकिस्तान दोनों अपने अधिकार का दावा करते है। यह तथ्य है कि लेख में इसका उल्लेख नहीं किया गया था।

चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स में छपे अपने लेख के जरिए जिंगचुग ने सलाह देते हुए कहा कि भारत को समर्थन करने वाले पश्चिमी देशों की परवाह किए बिना बीजिंग डोकाला विवाद को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कर सकता है क्योंकि पश्चिमी देशों को चीन के साथ कई व्यापार करने है।

जिंगचुग ने कहा,' चीन अपनी स्थिति को स्पष्ट करने के लिए इस क्षेत्र और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय या संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अपने सबूत दिखा सकता है।'

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डाकोला में भारतीय सेना ने लगाए टेंट

हालांकि सिक्किम में सीमा विवाद के मामले में भारत पीछे नहीं हटने का मन बना चुका है। चीन की तरफ से लगातार बयानबाजी और चीनी मीडिया की तरफ से भारत को सबक सिखाए जाने की अपील के बावजूद भारत ने इस बार चीन के खिलाफ कमर कस लिया है।

वहीं इलाके में तैनात भारतीय सैनिकों ने अपना टेंट लगा दिया है, जो इस बात का साफ संकेत हैं कि चीनी सैनिकों की पीछे हटने से पहले वह सीमा नहीं छोड़ने जा रहे हैं।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक करीब 10,000 फीट की ऊंचाई पर तैनात सैनिकों के लिए रसद की आपूर्ति सुनिश्चित कर दी गई है।

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