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भारत-चीन के बीच बढ़ी तकरार, बीजिंग ने कहा-हम भी अब 1962 वाले नहीं

सीमा विवाद पर बढ़ते तनाव के बीच चीन ने सोमवार को अरुण जेटली की बात का जवाब दिया और कहा कि 2017 का चीन साल 1962 का चीन नहीं है।

Updated on: 03 Jul 2017, 05:08 PM

highlights

  •  चीन ने भारत को जवाब देते हुए कहा-हम भी अब 1962 वाले नहीं
  • भारतीय और चीनी जवान डकोला या डोंगलांग में चीन व भूटान के बीच विवादित क्षेत्र में आमने-सामने हैं

नई दिल्ली:

सीमा विवाद पर बढ़ते तनाव के बीच चीन ने सोमवार को रक्षा मंत्री अरुण जेटली की बात का जवाब दिया और कहा कि 2017 का चीन साल 1962 का चीन नहीं है।

भारतीय रक्षामंत्री अरुण जेटली का जिक्र करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा, 'कुछ हद तक यह कहना सही है कि 2017 का भारत 1962 के भारत से अलग है, उसी तरह चीन भी अलग है।' बीते सप्ताह चीन ने भारत को 1962 की सैन्य पराजय से सबक लेने की बात कह कर चेतावनी दी थी, जिस पर जेटली ने कहा था कि 2017 का भारत 1962 का भारत नहीं है।

भारतीय और चीनी जवान डकोला या डोंगलांग में चीन व भूटान के बीच विवादित क्षेत्र में आमने-सामने हैं। चीन ने भारत से डोंगलांग क्षेत्र से अपने जवानों को हटाने के लिए कहा है, और इसके साथ ही उसने भारत पर भूटान की संप्रभुता का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है।

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बीजिंग ने यह भी कहा है कि भारत भूटान का इस्तेमाल सही-गलत का भ्रम पैदा करने के लिए कर रहा है। 

गेंग ने कहा, 'भारतीय सीमा रक्षकों की अवैध घुसपैठ की लीपा-पोती के लिए वे तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश करते हैं।' उन्होंने कहा, 'यहां तक कि भूटान की स्वतंत्रता व संप्रभुता की कीमत पर वे सही व गलत में भ्रम फैलाने की कोशिश में हैं, जो व्यर्थ है।'

दोनों देशों के बीच जम्मू-कश्मीर से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक 3,488 किलो मीटर की सीमा लगती है और सिक्किम में दोनों देशों की सीमा 220 किलोमीटर की लगती है।

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