logo-image

ब्रिक्स सम्मेलन आज से, चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग बोले- मुद्दों को सुलझाने के लिए हो कूटनीति का इस्तेमाल

नरेंद्र मोदी सहित तमाम राष्ट्राध्यक्ष ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए रविवार को चीन पहुंच चुके हैं। माना जा रहा है कि पीए मोदी और जिनपिंग की मंगलवार को मुलाकात हो सकती है।

Updated on: 04 Sep 2017, 01:43 AM

highlights

  • पीएम मोदी पहुंच चुके हैं तीन, पांच सितंबर को हो सकती है चीनी राष्ट्रपति से मुलाकात
  • ब्रिक्स में भारत उठा सकता है पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद का मुद्दा
  • चीन के बाद म्यांमाप जाएंगे पीएम मोदी

नई दिल्ली:

चीन के शियामेन में सोमवार से शुरू हो रहे ब्रिक्स सम्मेलन से पहले चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा है कि इस सम्मेलन का इस्तेमाल कूटनीति के मायनों को कायम रखने के लिए होना चाहिए ताकि 'बेहद गर्म मुद्दो' को भी सुलझाने में मदद मिल सके।

जिनपिंग इस दौरान डोकलाम पर भारत के साथ विवाद का जिक्र किए बिना सामंजस्य लहजे में बात करते नजर आए और जोर देकर कहा कि किसी भी मसले को सुलझाने के लिए 'शांति और विकास' उसका आधार होना चाहिए और कोई देश लड़ाई नहीं चाहता।

जिनपिंग ने कहा, 'वैश्विक शांति और स्थायित्व के लिए हम ब्रिक्स देशों को जिम्मेदारी दिखानी चाहिए।'

बहरहाल, भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित तमाम राष्ट्राध्यक्ष ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए रविवार को चीन पहुंच चुके हैं।

माना जा रहा है कि पीएम मोदी और जिनपिंग की मंगलवार को मुलाकात हो सकती है। करीब 73 दिन चले डोकलाम विवाद के बाद ये पहली बार होगा जब मोदी और जिनपिंग मिलेंगे।

यह भी पढ़ें: PM मोदी ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे चीन, भारतीय लोगों से की मुलाकात

अधिकारियों के अनुसार 5 सितंबर को जिनपिंग से मुलाकात और ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने के बाद पीएम मोदी म्यांमार जाएंगे।

जिनपिंग ने ब्रिक्स बिजनेस काउंसिल की बैठक का उद्घाटन करते हुए यह भी कहा कि ब्रिक्स देशों को भूराजनैतिक मुद्दों को सुलझाने के लिए सकारात्मक हिस्सेदारी निभानी चाहिए।

माना जा रहा है कि ब्रिक्स सम्मेलन में भारत आतंकवाद का मुद्दा उठा सकता है।

यह पूछे जाने पर कि चीन पहले ही कह चुका है कि पाकिस्तान के आतंकवाद संबंधी मुद्दे पर ब्रिक्स में चर्चा ठीक नहीं होगी, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि वह अभी अनुमान नहीं लगा सकते कि मोदी समिट में क्या बोलेंगे।

यह भी पढ़ें: जापानी राजकुमारी माको अपने प्यार 'कोमुरो' के लिए छोड़ेंगी शाही ऐशो-आराम, 6 साल पहले हुई थी मुलाकात

रवीश ने हालांकि साथ ही कहा कि आतंकवाद के मुद्दे पर भारत का मत बहुत साफ है और वह उसे कई मंचों पर उठाता रहा है।

चीन के बाद म्यांमार यात्रा के दौरान मोदी राष्ट्रपति यू हटिन क्याव और स्टेट काउंसिलर आंग सान सू की से भी मुलाकात करेंगे।

यह भी पढ़ें: भारत के अलावा इन देशों में है महिला रक्षा मंत्री, देखें फोटो