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असम एनआरसी पर बांग्लादेश ने कहा, अवैध प्रवासियों को हमारे देश से जोड़ना गलत

बांग्लादेश के सूचना और प्रसारण मंत्री हसानुल हक इनू ने मंगलवार को कहा है कि अवैध प्रवासियों को हमारे देश से जोड़ना गलत है।

Updated on: 01 Aug 2018, 10:14 AM

नई दिल्ली:

असम राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) का अंतिम ड्राफ्ट जारी होने के बाद 40 लाख लोगों की नागरिकता पर देश भर में तीखी बहस छिड़ी हुई है, इस बीच एनआरसी पर बांग्लादेश ने पहली पहली प्रतिक्रिया दी है।

बांग्लादेश ने मंगलवार को कहा है कि अवैध प्रवासियों को हमारे देश से जोड़ना गलत है।

समाचार एजेंसी एएनआई को बांग्लादेश के सूचना प्रसारण मंत्री हसानुल हक इनू ने बताया, 'सभी जानते हैं कि असम राज्य में यह एक शताब्दी पुराना नस्लीय टकराव है। पिछले 48 सालों में किसी भी भारतीय सरकार ने बांग्लादेश के साथ अवैध प्रवास का मुद्दा नहीं उठाया है।'

उन्होंने कहा, 'इस स्थिति को नई दिल्ली में मोदी सरकार द्वारा सुलझाना चाहिए जो कि विवेकपूर्ण तरीके से इससे निपटने में सक्षम है। इसका बांग्लादेश के साथ कोई संबंध नहीं है।'

बांग्लादेश के मंत्री से जब भारत में रह रहे अवैध नागरिकों को वापस लेने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अभी इस पर कुछ भी बोला नहीं जा सकता है।

हक इनू ने कहा, 'अभी तक भारत ने एनआरसी के अंतिम निष्कर्ष (सूची) को हमारे साथ साझा नहीं किया है और न ही इस मुद्दे को उठाया है। जब तक वे ऐसा नहीं करते, हम नहीं बोलेंगे।'

उन्होंने कहा, 'आप सभी बांग्ला बोलने वाले लोगों को बांग्लादेश से नहीं जोड़ सकते हैं।'

गौरतलब है कि सोमवार को असम एनआरसी का अंतिम ड्राफ्ट जारी होने के बाद 40 लाख लोगों को अवैध भारतीय नागरिक माना गया है। हालांकि अभी वह अपनी दावेदारी और आपत्ति जता सकते हैं।

असम एनआरसी के अंतिम ड्राफ्ट के मुताबिक आवेदन किए गए कुल 3.29 करोड़ लोगों में 2,89,83,677 लोगों को राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर में शामिल किया गया है।

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लिस्ट में 40 लाख लोगों के नाम नहीं होने के कारण भारत में राजनीतिक बयानबाजी पूरी तरह तेज हो गई। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस मद्दे पर मंगलवार को गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की।

वहीं भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेताओं के तरफ से इस मुद्दे पर काफी विवादास्पद बयान दिए जा रहे हैं। तेलंगाना से बीजेपी विधायक ने यहां तक कहा कि अवैध बांग्लादेशी नागरिकों और रोहिंग्या शरणार्थियों को गोली मारकर भगाना चाहिए।

वहीं बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा था कि जो भी अवैध प्रवासियों का समर्थन करेगा उसे भी इस देश से निकाल दिया जाएगा। उन्होंने कहा था कि अगर बंगाल में बीजेपी सत्ता में आती है तो वहां भी एनआरसी जारी करेंगे।

बंगाल में एनआरसी जारी करने के बीजेपी नेता के बयान पर ममता बनर्जी ने राजनाथ सिंह से कहा कि अगर ऐसा होता है तो देश में गृह युद्ध जैसे हालात पैदा हो सकते हैं।

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