logo-image

अरब देशों ने कतर से अल-जजीरा को बंद करने और ईरान से साझेदारी तोड़ने की रखी शर्त

आतंकवाद को कथित तौर पर समर्थन दिए जाने के मामले में कतर का बहिष्कार कर रहे चारों अरब देशों ने दोहा को 13 मांगों की सूची भेजी है। अरब देशों की तरफ से भेजी गई सूची में अल-जजीरा चैनल को बंद करने के साथ ईरान से संबंधों को घटाने की मांग रखी गई है।

Updated on: 23 Jun 2017, 11:21 PM

highlights

  • आतंकवाद को कथित तौर पर समर्थन दिए जाने के मामले में कतर का बहिष्कार कर रहे चारों अरब देशों ने दोहा को 13 मांगों की सूची भेजी है
  • अरब देशों की तरफ से भेजी गई सूची में अल-जजीरा चैनल को बंद करने के साथ ईरान से संबंधों को घटाने की मांग रखी गई है

नई दिल्ली:

आतंकवाद को कथित तौर पर समर्थन दिए जाने के मामले में कतर का बहिष्कार कर रहे चारों अरब देशों ने दोहा को 13 मांगों की सूची भेजी है। अरब देशों की तरफ से भेजी गई सूची में अल-जजीरा चैनल को बंद करने के साथ ईरान से संबंधों को घटाने की मांग रखी गई है।

गौरतलब है कि कतर, शिया बहुल देश ईरान का करीबी सहयोदी देश है, जिसका सुन्नी बहुल सऊदी अरब से कांटों भरा रिश्ता है।

5 जून को सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, मिश्र और बहरीन ने आतंकवाद को बढ़ावा देने और क्षेत्रीय अस्थिरता फैलाने के आरोप में सभी राजनयिक संबंध तोड़ लिए थे। मुस्लिम ब्रदरहुड और ईरान की तरफ से कतर के झुकाव की वजह से अरब देशों में चिंता की स्थिति बनी हुई है।

सउदी, मिस्र समेत चार देशों ने कतर से तोड़े रिश्ते, एतिहाद और एमिरेट्स ने बंद की उड़ान सेवाएं

दरअसल इन देशों की शाही सरकारों को राजनीतिक इस्लाम की विचारधारा से खतरे की आशंका सता रही है। चारों देशों ने कतर से तुर्की के सैन्य अड्डे को बंद करने की भी मांग रखी है।

कतर की नाकेबंदी से बढ़ी भारत की मुश्किल, सऊदी और कतर के बीच संतुलन बनाना होगी बड़ी चुनौती