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ईरान ने कहा- अमेरिका विश्वास करने लायक देश नहीं, हर प्रतिबंध और खतरे का जवाब देंगे

ईरान के राष्ट्रपति हसन रुहानी ने शनिवार को कहा कि अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर साथ करने के मामले में अमेरिका विश्वासपात्र देश नहीं है।

Updated on: 06 Aug 2017, 04:48 PM

highlights

  • रुहानी ने परमाणु करार तोड़ने की धमकी को लेकर अमेरिका की आलोचना की
  • अमेरिका के हर प्रतिबंध और हर खतरे का माकूल जवाब देने को तैयार: रुहानी

नई दिल्ली:

ईरान के राष्ट्रपति हसन रुहानी ने शनिवार को कहा कि अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर साथ करने के मामले में अमेरिका विश्वासपात्र देश नहीं है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान की संसद में शपथ ग्रहण समारोह के दौरान अपने संबोधन में रुहानी ने परमाणु करार तोड़ने की धमकी को लेकर अमेरिका की आलोचना की।

उन्होंने कहा कि इस्लामी गणराज्य अंतर्राष्ट्रीय परमाणु करार का पालन करेगा और दो साल पहले ईरान और छह प्रमुख शक्तियों के बीच हुए परमाणु करार का उल्लंघन नहीं करेगा।

रुहानी ने कहा, 'हालांकि, ईरान करार के कार्यान्वन को लेकर अमेरिका की किसी भी धमकी पर चुप नहीं रहेगा। ईरान इस मामले में अमेरिका के हर प्रतिबंध और हर खतरे का माकूल जवाब देगा।'

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ईरानी राष्ट्रपति ने चेतावनी देते हुए कहा कि जो लोग करार तोड़ने के बारे में सोच रहे हैं, उन्हें खुद अपने राजनीतिक जीवन में इसका नुकसान उठाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि दुनिया अब अमेरिका पर भरोसा नहीं करेगी।

रुहानी ईरान के साथ हुए परमाणु करार को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव अभियान के दौरान की गई ट्रंप की टिप्पणियों की ओर इशारा कर रहे थे। ट्रंप ने चुनाव प्रचार के दौरान समझौते की बार-बार आलोचना की थी और उसे 'अब तक का सबसे खराब करार' कहा था।

ईरान ने हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा ईरान के खिलाफ नए प्रतिबंध लगाए जाने की गुरुवार को निंदा की और उसे परमाणु करार का उल्लंघन बताया था।

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