logo-image

ट्रंप ने पाकिस्तान को हाफिज सईद की रिहाई का खामियाजा भुगतने की दी चेतावनी

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान को चेताते हुए कहा कि जमात-उद-दावा के नेता हाफिज सईद की रिहाई का खामियाजा द्विपक्षीय संबंधों को भुगतना पड़ेगा।

Updated on: 26 Nov 2017, 12:40 PM

highlights

  • पाकिस्तान की अदालत ने हाफिज सईद की नजरबंदी को बढ़ाने से किया था इंकार
  • हाफिज की रिहाई पर अमेरिका की धमकी- पाक के साथ संबंधो पर पड़ सकता है असर
  • दोबारा गिरफ्तार नहीं किया तो पाकिस्तान की दुनिया में छवि पर भी पड़ेगा असर: अमेरिका

नई दिल्ली:

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान को चेताते हुए कहा कि जमात-उद-दावा के नेता हाफिज सईद की रिहाई का खामियाजा द्विपक्षीय संबंधों को भुगतना पड़ेगा।

ट्रंप की प्रेस सचिव सारा हकाबी सैंडर्स ने शनिवार को बयान जारी कर कहा, 'अमेरिका सईद की नजरबंदी से रिहाई की कड़ी आलोचना करता है और उसकी तुरंत दोबारा गिरफ्तारी की मांग करता है।'

बयान के मुताबिक, 'यदि पाकिस्तान सईद पर कानूनी रूप से कार्रवाई नहीं कर सकता और उसके अपराधों के लिए उस पर अभियोग नहीं लगा सकता तो पाकिस्तान की निष्क्रियता का खामियाजा दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों और पाकिस्तान की वैश्विक प्रतिष्ठा को भुगतना पड़ेगा।'

ट्रंप की यह ताजा चेतावनी सईद की रिहाई पर केंद्रित है।

यह भी पढ़ें: इस्लामाबाद हिंसा में 6 की मौत, पाकिस्तान ने कहा- उपद्रवियों ने भारत से किया था 'संपर्क'

सैंडर्स ने बयान में कहा, 'पाकिस्तान द्वारा सईद पर अभियोग लगाने में असफल रहने के बाद सईद की रिहाई से अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद का मुकाबला करने में पाकिस्तान की प्रतिबद्धता को लेकर गलत संदेश गया है और पाकिस्तान के वे दावे झूठे साबित हुए हैं, जिसमें पाकिस्तान ने कहा था कि वह अपनी धरती का उपयोग आतंकवादियों को पनाह देने के तौर पर नहीं करने देगा।'

सैंडर्स के मुताबिक, 'राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की दक्षिण एशिया नीति स्पष्ट है कि अमेरिका, पाकिस्तान के साथ रचनात्मक संबंध चाहता है लेकिन इसके साथ ही वह पाकिस्तानी धरती पर मौजूद आतंकवादियों और आतंकवादी संगठनों के खिलाफ निर्णायक कदम उठाए जाने की उम्मीद करता है। सईद की रिहाई गलत दिशा में उठाया गया कदम है।'

बयान के मुताबिक, अमेरिका ने लश्कर-ए-तैयबा को एक विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किया है, जो आतंकवादी हमलों में कई निर्दोष लोगों की मौत का जिम्मेदार है। इन पीड़ितों में कई अमेरिकी नागरिक भी शामिल हैं।

बयान के मुताबिक, 'सईद खुद एक कुख्यात आतंकवादी है, जो 2008 के मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड है, जिसमें छह अमेरिकी नागरिकों सहित 166 लोगों की मौत हो गई थी।'

विदेश विभाग ने शुक्रवार को हाफिज सईद की रिहाई की निंदा की थी। सईद पर अमेरिका ने एक करोड़ डॉलर की ईनामी राशि रखी है। अमेरिका ने हाफिज सईद की दोबारा गिरफ्तारी की मांग की है।

यह भी पढ़ें: नेपाल में पहले चरण का मतदान, लोकसभा और विधानसभा के लिए डाले जा रहे वोट

अदालत द्वारा सईद की हिरासत बढ़ाने से इनकार के बाद पाकिस्तान सरकार ने सईद की नजरबंदी से रिहाई के आदेश दिए थे।

राष्ट्रपति चुनाव अभियान के दौरान आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख रखने वाले डोनाल्ड ट्रंप के जनवरी में पद संभालने के बाद पाकिस्तान ने सईद को नजरबंद कर दिया था। पाकिस्तान अभी तक सईद पर आतंकवाद के अभियोग लगाने में सफल नहीं हुआ है।

साल 2008 में अमेरिकी वित्त विभाग ने सईद को विशेष तौर पर नामित वैश्विक आतंकवादी घोषित किया था और उस पर प्रतिबंध लगाए थे।

यह भी पढ़ें: सुप्रीम कोर्ट में पेशी से पहले हदिया ने कहा, धर्म परिवर्तन के लिए किसी ने नहीं डाला दबाव