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रूसी लड़के का दावा पिछले जन्म में था मंगल का निवासी, कहा- कार्बन डाई ऑक्साइड में लेते हैं वहां सांस

रूसी लड़के बोरिस्का ने दावा किया है कि पिछले जन्म में वो मंगल ग्रह का निवासी था और एक युद्ध में मारा गया था।

Updated on: 08 Nov 2017, 02:48 PM

नई दिल्ली:

मंगल ग्रह पर जीवन और एलियंस के होने के संकेत मिले हैं लेकिन अभी तक इस संबंध में वैज्ञानिकों को किसी तरह का कोई सबूत नहीं मिल पाया है। लेकिन हाल ही में एक रूसी लड़के बोरिस्का किपरियानोविच ने पिछले जन्म में मंगल ग्रह पर रहने का दावा किया है।

रूसी लड़के बोरिस्का ने दावा किया है कि वो एक पायलट था और एक युद्ध में मारा गया था। उसका कहना है, 'मैं मंगल पर मारा गया था, एक ट्राइब के साथ युद्ध में सभी मारे गए थे। मैं 1996 में मारा गया था और उसी साल धरती पर पैदा हुआ।'

इस समय इस रूसी लड़के की उम्र 20 साल है। उसका दावा है कि मंगल ग्रह पर सात फीट लंबे एलियन्स वो जमीन के नीचे रहते हैं और कार्बन डाई ऑक्साइड की सांस लेते हैं, जैसे मनुष्य धरती पर ऑक्सीजन की सांस लेते हैं। उसका कहना है कि मंगल ग्रह पर 35 साल के बाद लोग बूढ़े नहीं होते और अमर होते हैं।

उसका कहना है कि मंगल ग्रह पर तकनीकी काफी उन्नत है और दूसरे ग्रहों की यात्रा भी करते हैं। उसका दावा है, 'मुझे उनके नाम नहीं याद हैं। मगल ग्रह के निवासी दूसरी आकाश गंगा और ग्रहों पर भी गए हैं।'

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उनके पास शानदार और पावरफुल टेक्नॉलजी है। उनके पास कई तरह के शिप और प्लेन हैं जिससे वहा के लोग अंतरिक्ष में यात्रा करते हैं।

उसका दावा है कि मंगल ग्रह के लोगों का धरती से गहरा रिश्ता है। खास कर प्राचीन मिस्त्र के लोगों से। उसने कहा कि गीजा के स्फिंक्स पिरामिड में कई राज छिपे है। जिनके खुलासे के बाद धरती पर लोगों के जीवन में बहुत बदलाव आ जाएगा।

बोरिस्का के माता-पिता का दावा है कि वो आम बच्चों से अलग था। जन्म के कुछ हफ्तों बाद ही वो बात करने लगा था। कई बार ऐसे विषयों पर बातचीत करता था जिसके बारे में हम सोच भी नहीं सकते। वो एलियंस और मार्स पर उनके जीवन के बारे में बातें करता था।

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उसकी मां पेशे से डॉक्टर है, उनका दावा है कि बोरिस्का 2 साल की उम्र में लिखना, पढ़ना व ड्राइंग करना सीख गया था।