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हिंदुओं के ऐतिहासिक कटासराज से गायब हुई राम-हनुमान की मूर्ति, भड़का पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट

पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब प्रांत के चकवाल जिले में मौजूद हिंदुओं के ऐतिहासिक कटासराज मंदिर में भगवान राम और हनुमान की मूर्ति नहीं होने को लेकर सरकार को कड़ी फटकार लगाई है।

Updated on: 12 Dec 2017, 08:55 PM

नई दिल्ली:

पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब प्रांत के चकवाल जिले में मौजूद हिंदुओं के ऐतिहासिक कटासराज मंदिर में भगवान राम और हनुमान की मूर्ति नहीं होने को लेकर सरकार को कड़ी फटकार लगाई है।

मंदिर परिसर में मौजूद तलाब के सूखने के मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए चीफ जस्टिस साकिब निसार ने पूछा, 'क्या अधिकारियों के पास मूर्तियां है या उसे हटाया जा चुका है?'

मंदिर परिसर के तलाब सूखने के मामले में छपी मीडिया रिपोर्ट को देखते हुए जस्टिस निसार ने इस मसले को तलब किया था। मीडिया में छपी खबर के मुताबिक मंदिर के पास सीमेंट की फैक्ट्री होने से मंदिर परिसर में मौजूद तलाब का पानी कम हो रहा है।

पाकिस्तानी अखबार द डॉन में छपी खबर के मुताबिक सुनवाई के दौरान तीन जजों की पीठ ने इस इलाके में मौजूद सीमेंट की फैक्ट्री को विनाशकारी बताते हुए उसके मालिकों और अन्य कारखानों के बारे में जानकारी मांगी।

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इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में किसी भी निचली अदालत में मंदिर से जुड़ी याचिका की सुनवाई पर रोक लगा दिया। कटास राज मंदिर पाकिस्तान में हिंदुओं का मशहूर मंदिर है।

माना जाता है कि इस मंदिर के तलाब का निर्माण भगवान शिव की पत्नी सती की मौत पर उनके रोने से हुआ था।

बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी 2005 में इस मंदिर का दौरा कर चुके हैं।

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HIGHLIGHTS
  • पाकिस्तान में हिंदुओं के मशहूर मंदिर कटासराज से मूर्तियों के गायब होने को लेकर भड़का सुप्रीम कोर्ट
  • पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में इस मंदिर को हिंदुओं का ऐतिहासिक धर्मस्थल माना जाता है